बिलासपुर। हिस्ट्रीशीटर कांग्रेस नेता संजू त्रिपाठी उर्फ प्राणनाथ (45 वर्ष) की हत्या में सुपारी किलिंग का एंगल सामने आ रहा है। अपराधियों ने जिस सफाई से घटना को अंजाम दिया, उससे यह संदेह है कि सभी पेशेवर हत्यारे थे। फॉर्महाउस से लौट रहे संजू त्रिपाठी की कार ब्रेकर की वजह से धीमी हुई थी। इसी दौरान ताबड़तोड़ फायरिंग की गई। पुलिस को ऐसा अनुमान है कि फायर करने वाले दो-तीन लोग थे और दो और लोग बाइक पर थे। हत्यारों ने 9mm की पिस्टल का इस्तेमाल कर गोलियां बरसाई हैं। संजू की पत्नी बेलतरा के एक स्कूल में व्याख्याता है।
संजू त्रिपाठी का छोटा भाई कपिल गायब है। ऐसे में पुलिस पुश्तैनी विवाद के साथ-साथ जमीन खरीदी-बिक्री, अवैध प्लॉटिंग और ब्याज के धंधे के विवाद को फोकस कर कड़ियां जोड़ रही है। फिलहाल पुलिस के पास शूटर को लेकर कोई अपडेट जानकारी नहीं आई है, जिससे उन्हें पकड़ने के लिए पर्याप्त सुराग मिल सके। क्राइम ब्रांच की अलग-अलग टीमें सूचनाएं जुटा रही हैं। पहले और मुख्य संदेही के रूप में कपिल की गतिविधियों की जानकारी जुटाई जा रही है। इससे हत्याकांड को लेकर अहम जानकारी सामने आ सकती है। अपहरण व हत्या के एक मामले में दोनों भाई आरोपी रह चुके हैं।
बता दें कि संजू ने फेसबुक पर खुद को जिला कांग्रेस कमेटी का महामंत्री लिखा है। एक दिसंबर को उसके जन्मदिन पर भी सभी ने जिला कांग्रेस कमेटी के महामंत्री के रूप में बधाई दी थी। हालांकि उसकी नियुक्ति दिसंबर, 2018 में हुई थी। ऐसे में कहा जा रहा है कि वह पिछली कार्यकारिणी में महामंत्री रहा होगा। पुलिस ने फिलहाल उसके किसी पद पर होने से इंकार किया है।
पुलिस ने 40 पेज का कच्चा चिट्ठा जारी किया
बिलासपुर पुलिस ने संजू त्रिपाठी के खिलाफ दर्ज अपराधों का कच्चा चिट्ठा जारी किया है। ये मामले 1992 से अब तक दर्ज अपराधों के हैं। ताजा मामला छोटे भाई पर जानलेवा हमले का है। इसमें संजू पर उसके छोटे भाई ने ही पुश्तैनी जमीन-मकान के बंटवारे को लेकर समझौते के लिए बुलाने और जान से मारने की कोशिश करने का आरोप लगाया था। पुलिस के मुताबिक इस घटना के बाद कपिल ने अपने भाई को जान से मारने की बात कही थी। घटना सामने आने के बाद से कपिल गायब है, इसलिए उसे प्राइम सस्पेक्ट माना जा रहा है।
जमीन के अवैध धंधे में गैंगवार की धधक रही आग
संजू त्रिपाठी की हत्या ने जमीन की अवैध प्लॉटिंग के विवाद में बड़े गैंगवार के खतरे को हवा दे दी है। बिलासपुर में राजनीतिक दखल रखने वाले बड़ी संख्या में लोग, जिनमें सभी दलों के लोग शामिल हैं, जमीन के धंधे से जुड़े हैं। कांग्रेस में ही कई ऐसे लोग हैं, जिन पर अवैध प्लॉटिंग के आरोप हैं। सूत्रों के मुताबिक अवैध प्लॉटिंग को लेकर भीतर ही भीतर हिंसा का तंदूर धधक रहा है। कभी भी यह लावा बनकर फूट सकता है। संजू त्रिपाठी की हत्या में यह भी एक बड़ा एंगल हो सकता है।