रायपुर। छत्तीसगढ़ में पीएम आवास के मुद्दे पर विधानसभा का घेराव करने निकले भाजपा कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे हैं. हालांकि, कार्यकर्ता दो बैरिकेड तोड़कर अब तीसरे तक पहुंच गए हैं. उन्हें रोकने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है. इससे पहले पिरदा के करीब में जनसभा हुई. इसे छत्तीसगढ़ प्रभारी ओम प्रकाश माथुर, सह प्रभारी नितिन नबीन, पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव आदि ने संबोधित किया.
प्रधानमंत्री आवास योजना के मुद्दे को लेकर भारतीय जनता पार्टी आज छत्तीसगढ़ विधानसभा का घेराव कर रही है। भाजपा के मोर आवास मोर अधिकार आंदोलन में शामिल होने प्रदेश भर करीब एक लाख लोग राजधानी पहुंचे है। विधानसभा घेराव करने के लिए निकले भाजपा कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प भी हुई। कार्यकर्ताओं ने पुलिस की ओर से लगाए गए बैरिकेटिंग को तोड़ दिया। बड़ी संख्या में कार्यकर्ता विधानसभा की ओर आगे बढ़ रहे हैं।
इससे पहले हुई सभा को संबोधित करते हुए प्रदेश प्रभारी ओम माथुर ने कहा कि इस बार यहां सरकार बदलनी है। नवंबर तक ये आंदोलन हमको करना है। आज मुझे और रमन सिंह को भी लगभग एक घंटे जाम में फंसे रहना पड़ा। सड़क पर भी ऐसी ही भीड़ दिखनी चाहिए। उधर, विधानसभा घेरने निकले भारतीय जनता युवा मोर्चा ने 2 किलोमीटर पहले सड़क पर लगाई गई बेरिकेडिंग तोड़ दी है।
रमन सिंह ने कहा-ED-IT के छापे में इनके अधिकारी जेल जा रहे, राज्य में भ्रष्टाचार फैला है। अपने संबोधन में डॉक्टर रमन ने कहा कि यदि आवास नहीं दोगे तो हम सरकार बदलकर 16 लाख आवास बना देंगे। 4 किलोमीटर तक कार्यकर्ताओं ने सड़क जाम कर दी है। हम लोग सरकार को चेतावनी देने के लिए आए हैं। बताने आए हैं कि आवास की जो योजना है। ये आवास गरीब जनता का है।16 लाख आवास देना पड़ेगा। मंत्री टीएस सिंहदेव ने क्यों इस्तीफा दे दिया। कोयले की दलाली में सबके चेहरे काले पड़ गए हैं।