शराब पीकर घूम रहे युवकों को पुलिस ने किया गिरफ्तार, लॉकअप में रातभर पीटने का आरोप
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बालोद: छत्तीसगढ़ के बालोद जिले की पुलिस पर रातभर 4 युवकों को थाने में बेरहमी से पिटाई करने के आरोप लगे हैं। जानकारी के मुताबिक, 26-27 अगस्त की दरम्यानी रात शराब पीकर घूम रहे इन युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। युवकों के प्राइवेट पार्ट पर भी मारे जाने के निशान हैं। कमर के नीचे का पूरा हिस्सा नीला पड़ा हुआ है। मामला बालोद थाना क्षेत्र का है, जहां चारों युवकों के खिलाफ धारा 151 के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया है। गिरफ्तार युवकों के नाम धनेश्वर साहू, खिलानंद साहू, भूपेंद्र सिन्हा और कोमेश्वर साहू हैं।
जब युवकों को मेडिकल के लिए ले जाया गया, तो उन्होंने डॉक्टरों को भी पूरी बात बताई, लेकिन जांच कर रही डॉक्टर दीपिका पटेल ने कहा कि ऐसा कुछ नहीं हुआ है। मगर जैसे ही हमने उन्हें मारे जाने की तस्वीरें दिखाईं, तो उन्होंने तुरंत कहा कि युवकों ने ऐसा कुछ नहीं बताया है, उन्हें बताना चाहिए था।
हीरापुर और सिवनी के हैं युवक
बालोद थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम हीरापुर के 3 युवक और ग्राम सिवनी का एक युवक शेरे पंजाब ढाबे से पार्टी करके वापस लौट रहे थे। इसी दौरान वे गंजपारा क्षेत्र में रुक गए और देर रात घूमने लगे। पीड़ित युवकों ने बताया कि वे चारों एक ही गाड़ी में थे। उसी दौरान पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर थाने ले आई, जहां उनकी जमकर पिटाई की गई। मुलाहिजा के दौरान कुछ आरक्षक मौजूद थे। मीडियाकर्मियों की मौजूदगी की बात जैसे ही थाने को लगी, वहां पुलिस जवानों की संख्या बढ़ा दी गई। युवकों के पिछले हिस्से में डंडे और पट्टे से मारने के निशान साफ तस्वीरों में देखे जा सकते हैं। पुलिस ने शनिवार को इन्हें एसडीएम कोर्ट में पेश किया, जिसके बाद चारों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
परिजनों का आरोप
SDM न्यायालय में पहुंचे परिजनों को चारों युवकों ने पुलिस द्वारा की गई मारपीट के बारे में बताया। कोर्ट के बाहर ही युवकों ने कपड़े नीचे कर मीडियाकर्मियों को भी चोट के निशान दिखाए। इधर परिजनों का कहना है कि पुलिसवालों ने उनके लड़कों को रातभर थाने में रखकर पीटा है।
इधर बालोद थाना प्रभारी नवीन कुमार बोरकर ने कहा कि मैं इस विषय में कुछ नहीं बोल सकता, अधिकारी ही कुछ बता सकते हैं। युवक संदिग्ध हालत में मिले थे, इसलिए कार्रवाई की गई है। इलाके में रोज चोरियां हो रही हैं, इसलिए हम सतर्क हैं। थाना प्रभारी बोरकर ने मारपीट की बात से साफ इनकार कर दिया।