बिलासपुर। होली पर्व नजदीक आते ही शिकारी सक्रिय हो गए हैं। जंगल के अंदर घुसकर अब फंदा लगाने लगे हैं। अचानकमार टाइगर रिजर्व में इसी तरह का मामला सामने आया है। कोटा बफर जोन में शिकारियों द्वारा जीआई तार का फंदा लगाया गया था। पर शिकार से पहले वन अमले ने 20 मीटर से अधिक लंबा जीआई तार बरामद किया है। शिकारी पकड़ में नहीं आए।
राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण के निर्देश पर अचानकमार टाइगर रिजर्व में एंटी स्पेयर गश्त नियमित किया जा रहा है। इसी के तहत कोटा बफर जोन के वनकर्मी व पैदल गार्ड सिवलखार में गश्त कर रहे थे। वह कक्ष क्रमांक 162 पर पहुंचे तभी उनकी नजर जीआई तार से बनाए गए फंदे पर पड़ी। 20 मीटर इस फंदे को दो पेड़ से बांधा गया था। इसके अलावा बीच- बीच रिंग जैसा बनाया गया था। ताकि इसके बीच से जंगल सुअर या चीतल निकले तो गला फंदे में फंस जाए।
पर शिकारियों की इस योजना को वनकर्मियों ने ध्वस्त कर दिया। इस फंदे पर सबसे पहले पैदल गार्ड जितेंद्र यादव की नजर पड़ी। उसने इसकी जानकारी वन परिक्षेत्र अधिकारी अजय शर्मा को दी। इसके बाद वे भी मौके पर पहुंचे और वनकर्मियों के साथ झाड़ियों के बीच निगरानी लगाकर करीब दो से तीन घंटे तक शिकारियों के पहुंचने का इंतजार किया गया। शाम ढलने तक कोई नहीं पहुंचा तब ऐसी स्थिति में फंदा को बरामद कर लिया गया।
वन अमले की सक्रियता के कारण शिकार की घटना होने से बच गई। साथ ही अब वन अमला पहले से ज्यादा सतर्क हो गया। अधिकारियों ने प्रत्येक रेंज के वन कर्मियों को गश्त करने का आदेश दिया है। इसके अलावा एंटी स्नेयर गश्त दल को पूरे समय में जगह में सर्चिंग करने के लिए कहा गया है। होली तक शिकार होने की आशंका ज्यादा रहती है।