कोरबा। छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वाकांक्षी गोधन न्याय योजना ग्रामीण महिलाओं के जीवन में सकरात्मक बदलाव ला रही है। जिससे वह आर्थिक रूप से सुदृढ़ होकर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त करने में अपनी महती भूमिका निभा रही हैं। इसी कड़ी में जनपद पंचायत कटघोरा के ग्राम बुंदेली निवासी झूलबाई ने गोबर बेचकर 64 हजार रुपए कमाए हैं, जिससे उन्होंने दुधारू पशु खरीदकर अपना व्यवसाय में विस्तार किया है। हितग्राही झूल बाई ने बताया कि उन्होंने पहले कभी सोचा ही नहीं था कि गोबर से किसी प्रकार का आर्थिक लाभ होगा। उन्होंने बताया कि उनका परिवार खेती किसानी के साथ ही पशुपालन व दुग्ध व्यवसाय का भी कार्य करते है। वह पिछले 10 वर्षों से पशुपालन कर रहीं हैं। पहले वह मवेशियों से प्राप्त गोधन का घरेलू कार्यों में उपयोग करती थी परंतु अधिकांशतः गोबर व्यर्थ रह जाता था।
जिसका किसी प्रकार का कोई उपयोग नहीं हो पाता था। प्रदेश सरकार की गोधन न्याय योजना के तहत गौठानों में गोबर खरीदी प्रारंभ होने से उन्हें अतिरिक्त आय का एक मुख्य जरिया मिल गया। उन्होंने बताया कि उनके द्वारा बुंदेली गौठान में अब तक 320 क्विंटल से अधिक गोबर बेचकर 64 हजार से अधिक का लाभ प्राप्त किया है। गोबर से अर्जित पैसे का उपयोग उन्होंने अपने व्यवसाय को और अधिक विकसित करने में किया है। इस हेतु अच्छी नस्ल की दुधारू गाय-भैंस की खरीदी, उनके लिए आवश्यक चारे-पानी की व्यवस्था, रख-रखाव हेतु शेड की व्यवस्था सहित अन्य कार्यो में व्यय किया है। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ शासन की गोधन न्याय योजना अत्यंत लाभकारी योजना है, इससे जहां ग्रामीण गोबर बेचकर लाभ कमा रहे हैं। वहीं दूसरी ओर गौठानों में गांव में ही महिलाओं को खाद उत्पादन, सब्जी उत्पादन, केंचुआ उत्पादन, मुर्गी पालन आदि गतिविधियों के संचालन से रोजगार के अवसर मिल रहे हैं, जिससे उनकी आजीविका संवर्धन के साथ ही आर्थिक विकास भी हो रहा है।