अंबिकापुर। अंबिकापुर में रहकर नशीली दवाइयों की आपूर्ति करने वाले अंतरराज्यीय आपूर्तिकर्ता को मणिपुर पुलिस चौकी प्रभारी उप निरीक्षक सरफराज फिरदौसी के नेतृत्व में पुलिस टीम ने गिरफ्तार किया है।आरोपित से पूछताछ में नशीली दवाइयों के अवैध कारोबार के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी मिली है। एक ऐसे व्यक्ति के नाम का भी पता चला है जो उत्तर प्रदेश के बभनी से नशीली दवाइयां लाकर गिरफ्तार आरोपित को बिक्री के लिए उपलब्ध कराता था।अब पुलिस उसकी भी खोजबीन में लगी हुई है।
सरगुजा पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता के मार्गदर्शन में सरगुजा जिले में नशीली दवाइयों और मादक पदार्थों की खरीद बिक्री के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। नवा बिहान नशा मुक्ति अभियान के तहत सभी थाना व चौकी प्रभारियों को मादक पदार्थों की अवैध खरीद, बिक्री पर सख्ती से रोक लगाने के निर्देश दिए गए हैं। बताया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिला के बभनी थाना अंतर्गत ग्राम चैनपुर निवासी राजेंद्र यादव (22)अंबिकापुर के दर्रीपारा में रहकर नशीली दवाइयों की अवैध तरीके से बिक्री करता था।
किराए के मकान में रहकर दिखावे के लिए मजदूरी और नशीली दवाइयों की बिक्री करने वाले आरोपित की गतिविधियों पर पुलिस ने नजर रखी थी। उसे बभनी का ही एक व्यक्ति नशीली दवा और इंजेक्शन उपलब्ध कराता था जिसे वह ऊंचे दर पर अंबिकापुर के नशेड़ियों को बेचा करता था। पुलिस को सूचना मिली कि आरोपित राजेंद्र यादव रिंग रोड में एक होटल के नजदीक नशीला इंजेक्शन लेकर ग्राहक की तलाश कर रहा है तो उप निरीक्षक सरफराज फिरदौसी के नेतृत्व में पुलिस टीम ने तत्काल घेराबंदी की और उसे पकड़ लिया जब उसकी तलाशी ली गई तो उसके पास से 65 नग नशीला इंजेक्शन बरामद हुआ। पुलिस पूछताछ में आरोपित ने बताया कि एक इंजेक्शन वह एक हजार रुपये में नशे के आदी युवाओं को बिक्री किया करता था। नशीला इंजेक्शन और दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित करने वाले बभनी के व्यक्ति के संबंध में भी उसने जानकारी दी, जब तक पुलिस उसे घेराबंदी कर पकड़ती वह शहर छोड़कर फरार हो चुका था।
जिस क्षेत्र में ज्यादा शिकायत वहां विशेष नजर
पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता ने नशामुक्त सरगुजा के लिए योजनाबद्ध तरीके से कार्रवाई की शुरुआत कराई है।शहर के ऐसे क्षेत्र जहां नशीली दवाइयों और दूसरे मादक पदार्थों की अवैध खरीद-बिक्री की शिकायतें अधिक है वहां इन पदार्थों की बिक्री करने वालों के साथ सेवन करने वालों की भी पहचान सुनिश्चित करने का प्रयास किया जा रहा है।विक्रेताओं को गिरफ्तार किया जा रहा है वही नशेड़ियों की आदत में सुधार के लिए भी पहल हो रही है।
मुख्यधारा में लाने हर संभव प्रयास
नशेड़ियों को मुख्यधारा में लाने की भी कोशिश हो रही है।इसके लिए परामर्श केंद्र भी संचालित है ।आने वाले दिनों में मनोचिकित्सकों की भी सेवाएं नशामुक्ति केंद्र में ली जाएगी ताकि वे नशेड़ियों की काउंसलिंग कर सके।ऐसे युवाओं की पहचान भी की जा रही है।नशे के आदी युवा चाहें तो स्वयं भी पुलिस के नशामुक्ति केंद्र में पहुंच सकते है।उनकी।काउंसलिंग कर नशे की लत छुड़ाने का प्रयास किया जाएगा।