मिशन की जमीन पर चल रहा था अवैध निर्माण, प्रशासन ने लगाया स्टे

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Update: 2023-06-18 17:36 GMT
रायपुर। महासमुंद जिले के पिथौरा में चर्च आफ नार्थ इंडिया की जमीन हो रहे अवैध निर्माण पर शासन ने रोक लगा दी है। स्थानीय भू-माफियाओं और दुकानदारों के साथ मिलकर कुछ लोगों ने नगर के मध्य में थाने के बाजू में बड़ा निमार्ण प्रारंभ कर दिया था। इस पर छत्तीसगढ़ डायसिस के आवेदन पर तहसीलदार की न्यायालय ने रोक लगा दी है। छत्तीसगढ़ डायसिस के बिशप द राइट रेव्ह अजय उमेश जेम्स के नेतृत्व में बुधवार को डायसिस के सचिव नितिन लारेंस, कोषाध्यक्ष अजय जॉन, वी. नागराजू समेत कई रायपुर, महासमुंद, बागबहरा के चर्चों के पादरियों, सचिवों, कोषाध्यक्षों व प्रमुखजनों ने मिशन कंपाउंड पहुंच कर कब्जाधारी व अवैध निर्माणकर्ता चंद्र प्रभाकर व चंद्र भूषण को समझाइश दी। बाद में इसकी शिकायत तहसीलदार से की गई। डायसिस के प्रतिनिधियों व सचिव व यूसीएनआईटीए के पावर ऑफ अटार्नी नितिन लारेंस द्वारा प्रस्तुत दस्तावेजों के प्रमाण के आधार पर तहसीलदान ने स्टे दे दिया।
आदेश में कहा गया है कि छत्तीसगढॉ डायसिस के अधीन सेंट पीटर्स चर्च, सीएनआई पिथौरा है। जिसका भूमि खसरा नंबर 37, रकबा एक एकड़ से अधिक है। यह चर्च के पादरी के निवास व चर्च भवन के लिए है। कुछ समय से आसपास के निवासी विशेषकर वे जिन्हें चर्च की देखरेख करनी थी, उन्होंने ही अतिक्रमण कर अवैध निर्माण प्रारंभ कर दिया। कुछ समय पूर्व छत्तीसगढ़ डायसिस एवं यूनाइटेड चर्च आफ नार्थ इंडिया ट्रस्ट एसोसिएशन के पावर ऑफ अटार्नी होल्डर ने इस भूमि के चारों और बाउंड्रीवाल का निर्माण कराया। डायसिस ने अवैध निर्माण पर रोक लगाने की प्रशासन से मांग की थी। तहसीलदार ने कबजाधारियों को आदेशित किया है कि तत्काल अवैध निर्माण बंद कर दें। यदि अतिक्रमित भूमि से संबंधित कोई भी दस्तावेज हों तो अपने वकील के माध्यम से न्यायालय में पेश करें। इसके लिए 14 जुलाई तक का समय दिया गया है। स्टे आदेश की प्रति थाना पिथौैरा, राजस्व निरीक्षक पिथौरा, पटवारी व आवेदक को भेजी गई है।
इधर, बुधवार को बिशप अजय उमेश जेम्स व धर्म गुरुओ ने मिशन कंपाउंड में जीर्णशीर्ण अवस्था में आराधनालय को नया स्वरूप देने व पुरानी गरिमा में लौटाने का फैसला किया है। इसके लिए आज बिशप व धर्मगुरुओं व समाज प्रमुखों ने लैंड ब्रैकिंग सेरेमनी भी की। संबंधित स्थल पर जल्द ही डायसिस की ओर से प्रोजेक्ट लांच किया जाएगा। इस दौरान , पादरी हेमंत तिमोथी, पादरी सुशील मसीह, पादरी सुनील कुमार, पादरी असीम विक्रम, पादरी अनुजा छत्तर, पादरी आकाश डेविड, पादरी अरुण कोरी, पादरी अब्राहम दास, पादरी प्रेमेंद्र सिंह, ,डायसिस व चर्चों के पदाधिकारी प्रमोद मसीह,अजय जॉन,मनशीश केजू, जॉन राजेश पॉल, विजय सूता, नीरज रॉय, सुनील जेम्स एस. रावटे, रोशना डेविड, वीके सिंह, डीके दानी, विनित पॉल, दीपक बाघ, नागराजू, प्रेम मसीह, डी के दानी, गजेंद्र दान, महिमा सोलोमन, संजय सोलोमन, सुरेश मसीह, अविनाश लाल, अरुणा तांडी,आदि भी शामिल
भू- माफियाओं की नजर
नगर के मध्य इस बेशकीमती जमीन पर बरसों से भू-माफियाओं की नजर रही है। इस पर कई बार कब्जे करने और खरीदी बिक्री करने के षडयंत्र रचे गए, लेकिन हर बार समाज की जागरूकता व सक्रियता से इसे विफल कर दिया गया। इस दौरान नेताओं, दुकानदारों पटवारियों, प्रशासन से जुड़े लोगों व समाज के लोगों की मिलीभगत की भी भूमिका सामने आई है। अब इस मामले को लेकर समाजजनों ने सीएम, मंत्रालय, विभागीय मंत्री, विधायक व सांसद को भी ज्ञापन देकर कार्रवाई की मांग की है। एक बार पूर्व मुख्यमंत्री स्व. अजीत जोगी के हस्तक्षेप से भी यहां की बाउंड्रीवाल को तोड़ने व पेड़ों को काटने से बचाया जा चुका है।
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