लाखों के जेवरात लूटने वाले गिरोह का भांडाफोड़, 4 युवक गिरफ्तार

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Update: 2023-01-27 18:07 GMT
अंबिकापुर। अनहोनी का भय दिखाकर अंबिकापुर और मनेंद्रगढ़ शहर में दो महिलाओं से सोने के जेवरात उतरवाकर भागने वाले चार आरोपितों को सरगुजा पुलिस ने उत्तर प्रदेश के मेरठ और अमरोहा जिले से पकड़ लिया है।इनमें सादिक अली (32) ग्राम तरबीयतपुर जनोबी पोस्ट गेशपुर सोमाली थाना किठौर मेरठ ,जाफर अली (34) निवासी ग्राम आसिफाबाद पोस्ट नारंगपुर थाना परिक्षितगढ मेरठ ,अकिल अली (28) ग्राम झब्बापुरी पोस्ट अगवानपुर थाना परीक्षितगढ मेरठ के अतिरिक्त हसनपुर जिला अमरोहा निवासी दिवाकर राम वर्मा (23) शामिल है। आरोपितों के पास से लगभग चार लाख का 75 ग्राम सोना, चार मोबाइल व घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल बरामद कर लिया गया है। पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता ने बताया कि अंबिकापुर के मुख्य डाकघर मार्ग पर बीते 15 जनवरी 2023 की शाम महिला को अनहोनी का भय दिखाकर सोने के जेवरात लूटकर भागने की घटना हुई थी। अगले दिन 16 जनवरी 2023 को मनेंद्रगढ़ शहर में भी इसी तरह की दूसरी घटना हुई।घटना में शामिल आरोपितों का चेहरा सीसी कैमरे में नजर आने लगा था। घटना के तत्काल बाद सरगुजा पुलिस सक्रिय हो गई थी लगातार उनका पीछा भी किया जा रहा था।
मनेंद्रगढ़ में घटना के बाद संभवत: आरोपितों को लग गया था कि पुलिस उनके पीछे लग चुकी है इसलिए वे छत्तीसगढ़ से फरार हो गए थे। घटनास्थल के आसपास सीसी कैमरा केकई फुटेज प्राप्त कर पुलिस ने तकनीकी साक्षी जुटाना शुरू किया घटना के समय घटनास्थल के आसपास उपयोग में लाए गए मोबाइल नंबरों की भी छानबीन की गई,इसी तकनीक से पुलिस को लिंक मिलना शुरू हुआ।संदिग्ध मोबाइल नंबरों के मेरठ के होने के साक्ष्य मिले। उसी आधार पर मंगलौर अंबिकापुर की संयुक्त टीम गठित कर उत्तर प्रदेश के मेरठ रवाना किया गया। वहां पुलिस ने घटना में शामिल तीन आरोपित सादिक, जफर,अकील को पकड़ लिया। इन तीनों को साथ लेकर पुलिस अमरोहा जिले के हसनपुर पहुंची। यहां आरोपित दिवाकर को पकड़ा गया। दिवाकर के पास ही जेवरात रखे हुए थे। आरोपितों द्वारा देश के अलग-अलग शहरों में ठगी के बाद जेवरातों को हसनपुर के सर्राफा व्यवसायियों के पास ही बेचा जाता था। इस बार दिवाकर के पास जेवरात बेचे गए थे। आरोपितों की गिरफ्तारी में मनेंद्रगढ़ के थाना प्रभारी निरीक्षक सचिन सिंह , अंबिकापुर कोतवाली प्रभारी उपनिरीक्षक रुपेश नारंग, डाकेश्वर सिंह, सहायक उपनिरीक्षक भूपेश सिंह, विवेक पांडेय, मनेन्द्रगढ़ के सहायक उपनिरीक्षक विनय तिवारी के साथ दोनों जिले के पुलिस कर्मचारी सक्रिय रहे।
अंबिकापुर में जिस तरीके से घटना हुई थी उससे कई आशंकाओं ने जन्म ले लिया था लेकिन सरगुजा पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता ने स्पष्ट किया कि पकड़े गए आरोपित शातिर है।अंतरराज्यीय गिरोह के सदस्यों द्वारा महिलाओं के आगे-पीछे चलकर उनकी पूरी बात सुनी जाती थी।इससे उन्हें पारिवारिक जानकारियां भी मिल जाती थी।आगे जाने के बाद इसी गिरोह के सदस्यों को वस्तुस्थिति से अवगत करा दिया जाता था।फिर दूसरे सदस्य उन्हीं महिलाओं से किसी का पता पूछने का झांसा दे रोका जाता था।एकाध पारिवारिक जानकारी दे अनहोनी का डर दिखा जेवरात पार कर दिए जाते थे। महिलाओं से जेवरात की ठगी करने वाले बिहार के गया से पहले झारखंड के गढ़वा पहुंचे थे।यहां उन्होंने रात भी बिताया था। वहां से वे तातापानी बलरामपुर क्षेत्र में भी इसी तरह लूट व ठगी की योजना बनाई थी। वहां अनुकूल परिस्थिति नहीं मिलने पर वे अंबिकापुर पहुंचे थे। यहां पीड़ित महिला को आसान शिकार मानकर उन्होंने जेवरात लूटने की योजना बनाई थी और उसमें सफल होने के बाद घटनास्थल के आसपास पुलिस की सक्रियता बढ़ते ही फरार हो गए थे। मनेंद्रगढ़ में भी इसी तरह जेवरात लूटकर भागने के बाद वे सीधे मेरठ पहुंच गए थे। बीते 15 जनवरी 2023 की शाम महिला पुराना बस स्टैण्ड के पास अपनी भतीजी के साथ काम से गई थी।दो व्यक्ति वहां पहुंचे थे।पतंजलि स्टोर का पता पूछा था। जानकारी नहीं होने की बात बोलकर आगे बढ़ जाने पर दोनों व्यक्तियों द्वारा महिला को रोककर उसके घर में किसी बड़ी अनहोनी होने की बात कही गई थी।महिला को झांसे में लेकर पूजा- पाठ कर समस्या से निजात आश्वस्त किया गया था। झांसे में आकर महिला ने दोनों व्यक्तियों के बोलने के अनुसार अपने पहने हुए सोने के जेवरात एवं नकद 1200 रुपए निकाल भतीजी को दे दिया था। पीछे नहीं देखने का डर दिखा कर महिला को आगे भेज दिया था। महिला के आगे जाने पर दोनों आरोपित द्वारा उसकी भतीजी से सोने के जेवरात एवं नकद रकम लेकर फरार हो गए थे।इसी तरह मनेन्द्रगढ़ में भी घटना हुई थी।
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