नशा करने वालों को रचनात्मक गतिविधियों के साथ करें प्रोत्साहित: स्वरनन्दा
छग
सूरजपुर। नशामुक्त भारत अभियान के तहत जिला स्तरीय बैठक एडीएम नरेन्द्र पैकरा की अध्यक्षता में की गई। बैठक में सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय नई दिल्ली से स्वरनंदा मोह एवं अनन्या भारद्वाज (स्टेट कॉर्डिनेटर) ने लिया। स्टेट कॉर्डिनेटर स्वरनंदा ने बताया कि हर राज्य व जिले की परिस्थितियां अलग-अलग होती है। उसी के आधार पर जिले के हॉट स्पाट वाले जगहों पर लोकल स्वास्थ्य अधिकारी, पुलिस अधिकारी, सेल्फ हेल्प ग्रुप के वालेंटियर या मास्टर ट्रेनर के माध्यम से नशा करने वालों को समझाइश देने से अधिक कारगर होता है। युवाओं के मध्य बढ़ रहे नशीली दवाइयों के दुरूपयोग को रोकने, विद्यालय, विश्वविद्यालय में इसके लिए जागरुकता कार्यक्रम चलाने कहा। उन्होंने बताया कि यह अभियान देशभर के 272 जिलों को नशा मुक्त बनाने के लिए इस अभियान की शुरुआत की गई है। इस संबंध में मास्टर वालिंटियर ट्रेनर का प्रशिक्षण जिला अस्पताल परिसर स्थित जिला पुनर्वास केंद्र में आयोजित किया जाएगा। मास्टर ट्रेनर के माध्यम से नशा करने वाले युवाओं को रचनात्मक गतिविधियां के द्वारा, या जिले में जो अच्छी गतिविधियां चल रही है, उनसे जोड़कर प्रोत्साहित किया जा सकता है।
महिला बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी चन्द्रबेश सिंह सिसोदिया ने जिले में नशा मुक्त के लिए चलाये जा रहे अभियान के बारे में बताते हुए उन्होंने जिले में पुलिस विभाग द्वारा किये जा रहे कार्यवाहियों की जानकारी दी। शिक्षा विभाग के माध्यम से स्कूलों में जागरुकता कार्यक्रम तथा हॉस्टल अधीक्षकों के द्वारा छात्रावासों एवं आश्रमों में विद्यार्थियों को नशा मुक्ति के लिए जागरूक एवं प्रचार प्रसार किया जा रहा है। साथ उन्होंने जिले के मदिरा दुकान तथा दवाई दुकानों में सीसीटीवी कैमरा लगाने की जानकारी दी। जिले में बहुत से ऐसे स्थान है जहां पर खदान है। ऐसे स्थानों पर कोटपा एक्ट के तहत कार्यवाही भी जिला प्रशासन लगातार कर रही है। पुलिस विभाग ने बताया कि एनडीपीसी एक्ट के माध्यम से वर्ष 2021 में 188 कि.ग्रा., वर्ष 2022 में 70 कि.ग्रा. तथा वर्ष 2023 मार्च तक लगभग 18 कि.ग्रा. गांजा पकड़ा गया है। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि ऐसे किसी भी गतिविधि की सूचना अवष्य दे। जिससे कार्यवाही की जा सके। जिले में छत्तीसगढ़ शबरी सेवा संस्थान निःशुल्क नशा मुक्ति केन्द्र है। सुरेन्द्र साहू ने बताया कि नशा मुक्ति केन्द्र में 3 दिसम्बर 2022 को 28 लोग आये थे। आज तक यहां से 22 लोग ठीक होकर अपने घर चले गए है। उन सतत निगरानी की जा रही है। 6 लोग शेष है। नशे के रोकथाम के लिए जिला स्तर से लेकर ग्राम पंचायतों के स्कूल, कॉलेज, गार्डन, स्टेडियम, कोचिंग संस्थानों के साथ-साथ सार्वजनिक स्थलों पर बेनर, पोस्टर, पाम्पलेट, दीवार लेखन एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम के माध्यम से इसका व्यापाक प्रचार-प्रसार किया जाए। इस दौरान बैठक में उप संचालक समाज कल्याण, डॉ. आरएस सिंह, बाल संरक्षण अधिकाकरी मनोज जायसवाल, सुरेन्द्र साहू, आबकारी अधिकारी, पुलिस अधिकारी सहित जिले के अधिकारी, कर्मचारी व भारत माता वाहिनी समूह के अध्यक्ष सचिव उपस्थित रहे।