हाथियों ने फिर से मचाया उत्पात, कई मकान तोड़े, फसलों को भी किया बर्बाद

छत्तीसगढ़

Update: 2022-02-20 15:20 GMT

गौरेला-पेंड्रा-मरवाहीछत्तीसगढ़ में हाथियों ने फिर से उत्पात मचाना शुरू कर दिया है। एक बार फिर से हाथी गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में लौट आए हैं। बताया गया है कि यहां अब 43 हाथियों का झुंड पहुंचा है। जिसने कई किसानों के घरों को तोड़ दिया है। साथ ही फसलों को भी नुकसान पहुंचाया है।

जानकारी के मुताबिक, जिले के मरवाही वन रेंज के सेमरदर्री गांव के आस-पास 43 हाथियों का झुंड देर रात पहुंचा था। इसी झुंड में से 2 हाथियों ने जंगल के पास बसे इस गांव में खूब आतंक मचाया। यहां इन 2 हाथियों ने ग्रामीण इन्द्रपाल यादव सहित कुछ और ग्रामीणों के घर को तोड़ दिया है। इसके अलावा इन हाथियों ने ग्रामीणों के खेत में लगे केले की फसल को चौपट किया है। वहीं इनके घरों में रखे अनाज को भी चट कर दिया है।
गांव में उत्पात मचाने के बाद दोनों हाथी जंगल की ओर चले गए। जिसके बाद रविवार सुबह ग्रामीणों ने इस बात की जानकारी वन विभाग की टीम को दी है। वन विभाग के अनुसार ये झुंड कोरबा के कटघोरा वन रेंज से यहां आया है। फिलहाल हाथियों के मूवमेंट पर नजर रखी जा रही है। वन विभाग ने बताया कि अभी यह झुंड ढपनीपानी के आसपास मौजूद है।
इस संबंध में मरवाही डीएफओ संजय त्रिपाठी ने कहा कि हाथियों के मूवमेंट पर लगातार नजर रखी जा रही है। वन कर्मचारी लोगों को हाथियों के पास जाने से रोकने का प्रयास कर रहे हैं और हाथियों को वापस उनके दिशा में खदेड़ने का प्रयास जारी है। ग्रामीण भी हाथियों को देखने की कोशिश में हाथियों के पास न जाएं ऐसी अपील है। वन अमला लगातार सक्रिय है और हाथियों की निगरानी में जुटा हुआ है
मरवाही में फिर से लौटे 43 हाथियों के झुंड ने एक बार फिर से ग्रामीणों को चिंता में डाल दिया है। वहीं चिंता इस बात को लेकर भी है कि मरवाही वन रेंज से सटे मुंगेली जिले के अचानकमार टाइगर रिजर्व में भी 18 हाथियों का दल मौजूद है। बताया जा रहा है कि इस दल के भी गौरेला-पेंड्रा-मरवाही की तरफ आने की संभावना है। चूंकि ये इलाका घना जंगल है, इसलिए अब तक ये किसी गांव तक नहीं पहुंचे हैं। लेकिन अगर यह मरवाही वन रेंज में आते हैं तो परेशानी बढ़ सकती है। पता चला है कि ये झुंड छिरहट्टा के आस-पास विचरण कर रहा है।

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