रायगढ़ जिले के प्रभारी मंत्री डॉ. टेकाम ने कहा कि रायगढ़ जिले में औद्योगिक गतिविधियों की अधिकता होने के कारण बाहर से आने वाले लोगों के कोरोना टेस्ट पर विशेष ध्यान दिया जाए। सीमावर्ती और विदेशों से आने वाले लोगों की कोरोना जांच की जाए। आवश्यकतानुसार क्वारेंटाईन सेंटर भी स्थापित किए जाए। अस्पतालों में कोरोना मरीजों की देखभाल और उपचार के लिए तय किए गए वार्डों में चिकित्सा उपकरणों की जांच कर उन्हें दुरूस्त कर लिया जाए। अस्पतालों में ऑक्सीजन की आपूर्ति सहित सभी आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित कर ली जाए। डॉ. टेकाम ने कहा कि सार्वजनिक स्थानों जैसे-रेलवे स्टेशन, बस स्टैण्ड आदि स्थानों में कोविड जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग के मैदानी अमलों को तैनात किया जाए। विदेशों से आने वाले लोगों की सूचना अनिवार्य रूप कोविड नियंत्रण कक्ष को दी जाए। कोरोना पीड़ितों के उपचार और देखभाल के लिए जिले के स्वयं सेवी संगठनों, जनप्रतिनिधियों, व्यापारी संगठनों का भी सहयोग लिया जाए।
कलेक्टर श्री भीम सिंह ने जिले में टेस्टिंग, ट्रेसिंग, ऑक्सीजन व आईसीयू बेड, ऑक्सीजन की उपलब्धता, मेडिकल उपकरण व मैन पॉवर की व्यवस्था के बारे में बताया कि मेडिकल कॉलेज में कोविड वार्ड बनाया जा रहा है। इसके अतिरिक्त सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में भी कोविड और आइसोलेशन वार्ड तैयार किये गए हैं। साथ ही यहां ऑक्सीजन आपूर्ति के लिए पाइप लाइन के साथ ऑक्सीजन प्लांट्स भी लगाए गए हैं। निजी अस्पतालों को भी पिछली बार की तरह कोविड वार्ड तैयार करवा कर उन्हें अलर्ट मोड में रखा गया है। जिले में उपचार के लिए समुचित व्यवस्था तैयार कर ली गयी है। मरीजों का चिन्हांकन कर वार्ड वार और ग्राम वार क्लस्टर की पहचान की जा रही है ताकि कन्टेनमेंट नियमों का कड़ाई से पालन हो और संक्रमण प्रसार को नियंत्रित किया जा सके। उन्होंने बताया कि 15 से 18 वर्ष के किशोरों के टीकाकरण अभियान में अब तक 47 हजार 823 का टीकाकरण पूर्ण हो गया है। जिले में 93 हजार किशोरों को टीकाकरण किए जाने का लक्ष्य है।