स्कूलों में होने वाली दुर्घटनाओं की रोकथाम और बचाव के लिए आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण
छत्तीसगढ़
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। रायपुर। स्कूलों में होने वाली दुर्घटनाओं की रोकथाम और बचाव के लिए प्रदेश के सभी प्राथमिक एवं मिडिल स्कूलों में आपदा प्रबंधन के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है। स्कूल सुरक्षा पर शिक्षा महाविद्यालय रायपुर में पांच दिवसीय कार्यशाला सह-प्रशिक्षण का आयोजन किया जा रहा है। दो चरणों में आयोजित हो रहे इस प्रशिक्षण में स्कूलों में व्यक्तिगत सुरक्षा के साथ-साथ स्कूलों की सुरक्षा के मद्देनजर समस्याओं को चिन्हांकन कर उनके निराकरण के लिए 14 से 18 फरवरी तक प्रथम चरण में प्रशिक्षित किया जा रहा है।
इस प्रशिक्षण के दौरान प्रदेश के सभी विकासखंडों से दो-दो स्रोत व्यक्तियों को आपदा प्रबंधन एवं समस्याओं का चिन्हांकन कर उसके निराकरण की जानकारी दी जा रही है। प्रशिक्षणार्थियों को स्कूल सुरक्षा के साथ ही व्यक्तिगत सुरक्षा के बारे में भी बताया गया। प्रशिक्षण का आयोजन राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद रायपुर द्वारा यूनिसेफ छत्तीसगढ़ और अर्पण एनजीओ छत्तीसगढ़ के सहयोग से किया जा रहा है।
एससीईआरटी के अतिरिक्त संचालक डॉ. योगेश शिवहरे ने कार्यशाला के उद्घाटन सत्र को सम्बोधित करते हुए कहा कि स्कूल की सुरक्षा आज एक अहम् मुद्दा है। राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद द्वारा इस पर कार्य करने के लिए पहल की जा रही है। प्रशिक्षण में उपस्थित विकासखंड से आए स्रोत व्यक्ति को अपने क्षेत्र में इस कार्य को नेतृत्व करना है। आपके क्षेत्र में स्कूल सुरक्षा का जो कार्य होगा वह काफी महत्वपूर्ण है।
यूनिसेफ के राज्य प्रमुख जॉब जकारिया ने प्रशिक्षणार्थियों से कहा कि आपदा प्रबंधन एवं समस्याओं का चिन्हांकन कर निराकरण के संबंध में जानकारी प्रदान की जाएगी। अर्पण फाउंडेशन की सोनाली महेश्वरी ने कहा कि बाल सुरक्षा अधिनियम को अनिवार्य रूप से स्कूलों में लागू करते हुए यह ध्यान दिया जाए कि इसे समुचित क्रियान्वयन में किस प्रकार से सहयोग दिया जा सकता है।
प्रशिक्षण में विचार-विमर्श किया जाए कि स्कूल सुरक्षा के लिए क्या उपाय अपनाए जा सकते हैं। शिक्षा महाविद्यालय की प्राचार्य द्वारा स्कूल सुरक्षा से संबंधित घटनाओं का उदाहरण देते हुए आपदा प्रबंधन की आवश्यकता को समझाया।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. विद्यावती चंद्राकर ने किया। इस अवसर पर एससीईआरटी के सहायक प्राध्यापक श्री ए.के. सारस्वत, राज्य साक्षरता मिशन सहायक संचालक प्रशांत पांडेय, यूनिसेफ के शिक्षा विशेषज्ञ सुनील मिश्रा, जे. एक्का, छाया कुंवर, विशाल भी उपस्थित थे।