सरगुजा। सरगुजा में 72 वर्षीय हाथी 'सिविल बहादुर' की मौत हो गई। सिविल बहादुर छत्तीसगढ़ में सबसे बुजुर्ग हाथी के नाम से जाना जाता था। पिछले कुछ दिनों से स्वास्थ्य ठीक नहीं होने के चलते हाथी का उपचार जारी था। आज सुबह हाथी पुनर्वास केंद्र रामकोला में मौत हो गई।
जानकारी के मुताबिक 44 साल पहले जब हाथी की उम्र 28 वर्ष थी, इस दौरान सरगुजा के कुसमी वन परिक्षेत्र के सिविलदाग से पकड़ा गया था। यहां से पकड़े जाने की वजह से हाथी का नाम 'सिविल बहादुर' रखा गया था। तमोर पिंगला के हाथी कैंप में कुछ सालों तक रखा फिर यहां से उसे अचानकमार लाया गया। इसके बाद 2017 को फिर से उसे महावतो की निगरानी के लिए पिंगला के रेस्क्यू सेंटर में रखा गया था।
उम्र बढ़ने के साथ साथ सिविल बहादुर कमजोर हो चुका था। उपचार के लिए वन अमले ने रामकोला पुनर्वास केंद्र में रखकर उसकी देख रेख की जा रही थी। आज सुबह छह बजे उसकी मौत हो गई। पोस्टमार्टम के बाद सिविल बहादुर का अंतिम संस्कार पिंगला अभ्यारण में ही किया जाएगा।