बिश्रामपुर। केनापारा पर्यटन केंद्र स्थित पोखरी खदान में नाव से कूदे जयप्रकाश पैकरा नामक युवक का शव मंगलवार को नगर सेना की एसडीआरएफ एवं डीडीआरएफ की टीम ने काफी मशक्कत के बाद पोखरी के गहरे पानी से बरामद कर लिया। पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है। बता दें कि एसईसीएल की लंबे समय से बंद छह नंबर पोखरिया खदान में लबालब पानी भरा है। इसे माइन क्लोजर मद से जिला प्रशासन द्वारा केनापारा पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित किया गया है। पोखरी में भरे लबालब पानी में दर्शकों के मनोरंजन के लिए पानी से लबालब पोखरी में भ्रमण के लिए जिला प्रशासन द्वारा नाव की व्यवस्था की गई है।
सोमवार को जयप्रकाश पैकरा निवासी सत्यनगर भैयाथान अपने जीजा कलेश्वर पैकरा निवासी सुदामानगर के साथ विशाल कांवड़ यात्रा में शामिल होने बिश्रामपुर आया था। उसी दौरान वह केनापारा पर्यटन स्थल पहुंचकर अपने जीजा के साथ पोखरी खदान में संचालित गांव में लाइफ जैकेट पहनकर वोटिंग कर रहा था। उसी बीच फ्लोटिंग रेस्टोरेंट के समीप वह लाइफ जैकेट खोलकर पोखरी के तीन सौ फुट गहरे पानी में कूद गया था। जानकारी मिलते ही जयनगर पुलिस की सूचना पर नगर सेना सूरजपुर की डीडीआरएफ एवं अंबिकापुर की एसडीआरएफ टीम ने केनापारा पर्यटन स्थल पहुंचकर पोखरी में भरे लबालब पानी में कूदे युवक की तलाश में जुट गई थी, लेकिन देर शाम मशक्कत करने के बाद भी शव बरामद नहीं हो सका था। उसके बाद मंगलवार को सुबह से पुनः नगर सेना की टीम ने अंडर वाटर कैमरे की मदद से करीब दो घंटे मशक्कत करने के बाद पोखरी के गहरे पानी से जयप्रकाश पैकरा के शव को बरामद कर लिया। पोखरी के गहरे पानी से शव निकालने के कार्य में नगर सेना के बाढ़ बचाव टीम के प्रभारी बीरबल गुप्ता समेत देव कुमार राजवाड़, बृजबिहारी गुप्ता, धनसाय नेताम सोमारसाय, नेमसाय, तुलेश्वर सिंह, टामेश्वर, देवनारायण, बेला प्रताप, गोपी कुमार, इरफान अंसारी सक्रिय रहे।