राजनांदगांव। कलेक्टर डोमन ने शासकीय स्कूलों में संपर्क डिवाइस के माध्यम से कराई जा रही पढ़ाई की गुणवत्ता व पढ़ाई के प्रति बच्चों के रूझान को परखने आज कलेक्टोरेट के चिप्स कक्ष से वीडियो कांफ्रेंसिंग से जिले के प्राथमिक शाला स्कूल के शिक्षकों से बात की। शिक्षकों ने बताया कि संपर्क डिवाइस के पाठ्यक्रम पूर्ण होने पर सर्टिफिकेट ऑफ मास्ट्री मिलेता है, जिसे डाउनलोड किया गया है। शिक्षकों ने बताया कि संपर्क डिवाइस से बड़ी रूचि के साथ बच्चे सीख पा रहे हैं और आसानी से पढ़ाई कर पा रहे है। संपर्क डिवाइस में वीडियो के माध्यम से बच्चों को रूचिकर तरीके से फलों के नाम, स्पोटर्स, स्टोरी, गणित जैसी गतिविधियां पाठ्यक्रम के आधार पर सिखाई जा रही है। शिक्षकों ने बताया कि स्कूल में सीखने के बाद घर में भी बच्चों द्वारा बताया जाता है। कलेक्टर सिंह जिले में शिक्षा व्यवस्था की लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं।
कलेक्टर डोमन सिंह ने शासकीय प्राथमिक स्कूल के शिक्षकों से संपर्क डिवाइस के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने बच्चों के अभिभावकों को भी संपर्क डिवाइस की जानकारी देने कहा। इस दौरान कलेक्टर सिंह ने शिक्षक अनिल कुमार कन्नौजे, कविता मंडावी, सपना भारद्वाज, धर्मेन्द्र साहू से वीडियो काफ्रेंसिंग के माध्यम से बात की। संपर्क डिवाइस का जिले में शिक्षा पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ा है और बच्चे अब सीखने में अधिक रूचि रखते हैं, क्योंकि शिक्षा उनके लिए अधिक दिलचस्प हो गई है। उल्लेखनीय है कि कलेक्टर डोमन सिंह की पहल पर जिले में नवाचार करते हुए स्मार्ट टीवी के माध्यम से पढ़ाई प्रारंभ की गई है। भारत शासन की ओर से इस पहल की सराहना की गई है। कलेक्टर सिंह के मार्गदर्शन में जिले में शिक्षा के रूपान्तरण का सामुदायिक मॉडल सफलतापूर्वक स्थापित किया गया है। प्रोजेक्ट का महत्वपूर्ण उद्देश्य शिक्षा विभाग, शिक्षकों एवं ग्रामीणों की सक्रिय सहभागिता से प्राथमिक स्कूलों में विद्यार्थियों को गुणवत्तायुक्त शिक्षा उपलब्ध कराना है। जिले के सभी शासकीय स्कूलों में स्मार्ट टीवी जनभागीदारी सहयोग से लगाई गई है। संपर्क डिवाइस के माध्यम से बच्चे आसानी से सीख रहे हैं।