कलेक्टर सख्त, खाद की कालाबाजारी रोकने उर्वरक दुकानों की हो रही लगातार जांच
उप संचालक कृषि ने बताया कि जिले के अंतर्गत उर्वरक पंजीयन प्रमाण पत्र धारकों द्वारा उर्वरक का विक्रय किया जा रहा है। वर्तमान में सहकारी संस्था मेें यूरिया खाद की कमी होने के कारण खाद की कालाबाजारी की शिकायत समाचार पत्रों में प्रकाशित की जा रही है। जिस पर कलेक्टर भीम सिंह के निर्देशानुसार उर्वरक निरीक्षकों को औचक निरीक्षण करने हेतु आदेश जारी किया था। जिसके परिपालन में आज रायगढ़, बरमकेला एवं लैलूगा विकासखंड के 05 उर्वरक विक्रेताओं के प्रतिष्ठानों में वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी, उर्वरक निरीक्षक एवं नायब तहसीलदार द्वारा औचक निरीक्षण किया गया। जिसमें विशेष अनियमित्ता नही पायी गई। इस माह जिले के लगभग 30 प्रतिष्ठानों का निरीक्षण किया जा चुका है। जिसमें 14 फरवरी को खरसिया विकासखंड के ग्राम सरवानी में जीतेन्द्र पटेल द्वारा बिना पंजीयन प्रमाण पत्र के उर्वरक का विक्रय किया जा रहा था। जिसके विरूद्ध उर्वरक को जप्त कर कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। इसके अलावा जिन विक्रेताओं के प्रतिष्ठान में अनियमितता पायी गई है, उनके विरूद्ध कारण बताओ नोटिस जारी कर अनियमितता को सुधार करने हेतु पत्र जारी कर दी गई। वर्तमान में कालाबाजारी को रोकने के लिए जिले के अन्तर्गत पदस्थ सभी उर्वरक निरीक्षकों के द्वारा सतत् निगरानी रखी जा रही है। उप संचालक कृषि विभाग ने किसानों से अपील की है कि उर्वरक विके्रताओ से निर्धारित दर से अधिक दर पर खरीदी न करे तथा अधिक दर पर विक्रय की सूचना कृषि विभाग को दे। इसके अलावा अधिक कीमत, जमाखोरी एवं गुणवत्ता संबंधी शिकायत मिलने पर कार्यालय उप संचालक कृषि रायगढ़ एवं किसान मितान केन्द्र रायगढ़ का दूरभाष क्रमांक/ टोल फ्री नं. 077622 20213 में सूचित कर सकते है,जिससे कार्यवाही किया जा सके।