नारायणपुर। कलेक्टर अजीत वसन्त दूरस्थ और आश्रम-छात्रावासों की व्यवस्था प्रबंधन तथा उनकी मूलभूत जरूरतों में आवश्यक सुधार के लिए निरंतर निरीक्षण दौरे कर रहे हैं। इसी क्रम में बुधवार को कलेक्टर ने हलामीमुंजमेटा एवं एड़का के आश्रम छात्रावासों का जायजा लिया। हलामीमुंजमेटा आश्रम पहुंचकर छात्रों के कक्षो में जाकर वहां पढ़ाई की रूटीन, छात्रों के सोने की व्यवस्था, कक्षों की साफ सफाई, मच्छरदानी के इंतजाम, उनकी सामग्री रखने के लिए बक्सों की व्यवस्था, भोजन, बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण, प्रसाधन कक्षो की स्वच्छता और उसके साफ सफाई हेतु नियुक्त कर्मचारी आदि व्यवस्थाओं की विस्तार पूर्वक जानकारी ली और अधीक्षक से कहा कि बच्चों से पढ़ाई से इतर काम न लिया जाए। इसके साथ ही उन्होने बच्चों के मनोरंजन हेतु खेल सामग्री की व्यवस्था से भी अधीक्षक से जानकारी ली। हलामीमुंजमेटा छात्रावास के बच्चों से चर्चा कर के उनके मांगो को भी सुना और उसे पूरा करने का भरोसा दिलाया।
इस दौरान कलेक्टर ने भोजन कक्ष को देखते हुए दिनचर्या अनुरूप स्वलपाहार और भोजन व्यवस्था के बारे में आवश्यक निर्देश दिये। तत्पश्चात कलेक्टर एड़का के प्री मेट्रिक बालक छात्रावास पहुंचे। यहां अधीक्षक ने कलेक्टर को अवगत कराया कि यहां बच्चों को सभी सुविधा दी जा रही है। यहां कलेक्टर ने सभी छात्रों को नियमित रूप से न्यूज देखने की भी सलाह दी, जिससे उन्हे देश दुनिया में चल रहे गतिविधियों का पता चलता रहे। साथ ही हॉस्टल में उपलब्ध कम्प्यूटर सिस्टम का उपयोग अच्छे तरीके से करने को कहा। वहीं छात्र लोचन ने बताया कि वें कम्प्यूटर का नियमित उपयोग करते है। इसके साथ ही कलेक्टर ने यहां के छात्रों से शिक्षकों की व्यवस्था एवं पढ़ाई के संबंध में जानकारी ली। विशेशतौर पर कलेक्टर ने यहां पर किचन शेड निर्माण हेतु अधिकारियों को निर्देश दिये। इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी देवेश कुमार ध्रुव सहित अन्य कर्मचारी उपस्थित थे।