जनता से रिश्ता वेबडेस्क। मुंगेली। गोविंद पेट्रोल पंप के पास साईं ट्रस्ट के नाम से फर्जी नौकरी लगाने के नाम पर पैसे ले रहे थे। इसकी सूचना पर थाना प्रभारी सिटी कोतवाली ने टीम बनाकर चार आरोपित को पकड़ा। मामले में आरोपितों को न्यायालय में पेश किया जााएगा। इस संबंध में एसपी डीआर आंचला ने बताया कि प्रार्थिया प्रतिमा पात्रे निवासी गोपतपुर ने लिखित रिपोर्ट कराई कि गोविंद पेट्रोल पंप मुंगेली के पास कुछ फर्जीवाड़ा किए है।
इस पर पुलिस टीम रवाना की गई जहां साईं ट्रस्ट के संचालकगण रामकुमार गंधर्व, भरत चौहान, रोहित चौहान, लक्ष्मीकुमार पटेल एवं दिलीप सोनवानी सभी साथ मिलकर शून्य वर्ष से तीन वर्ष तक के बच्चों को पोषण अहार देने के नाम से एवं ग्राम पंचायत सहायिका के पद पर नियुक्ति पत्र देकर प्रार्थियों से 1500 रुपये का रजिस्ट्रेशन शुल्क लिया था। तथा रामकुमार गंधर्व द्वारा साईं ट्रस्ट में नौकरी दिलाने के नाम पर 45 हजार रुपये एवं प्रार्थिया प्रतिमा पात्रे से व उनके भाई बहू से 45 हजार रुपये लेकर कुल 90 हजार रुपये की ठगी कर धोखाधड़ी किया गया।
प्रार्थिया की रिपोर्ट पर धारा 420,34 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना कार्रवाई की गई। विवेचना के दौरान प्रार्थिया गवाह लिया गया एवं घटना स्थल का निरीक्षण कर रसीद व अन्य दस्तावेज जब्त की गई तथा विवेचना से आरापित के विरूद्ध अपराध सबूत पाये जाने से आरोपित भरत चौहान पिता लक्ष्मीनारायण चौहान (38), रोहित चौहान पिता तिहारू राम चौहान (36) दोनों निवासी ग्राम गोदना थाना नवागढ़ जिला जांजगीर-चांपा, राहुल चौहान पिता हेमलाल चौहान (28) निवासी कोरकोरी थाना बम्हनीडीह, दिलीप सोनवानी पिता रामचंद सोनवानी (38) निवासी सिलदहा को विधिवत हिरासत में लेकर गिरफ्तार किया गया।
आरोपितों को 19 फरवरी को न्यायालय में पेश किया जाएगा। इस तरह से साईं ट्रस्ट के नाम पर उपयोग कर उक्त व्यक्तियों द्वारा मुंगेली जिले के कई ग्राम पंचायतों में फर्जी नौकरी दिलाने के नाम पर 15-15 सौ रुपये का रजिस्ट्रेशन चार्ज लेकर लाखों रुपये की फर्जीवाड़ा कर रकम उगाही की जा रही थी। फर्जीवाड़ा गिरोह के सदस्यों के द्वारा छत्तीसगढ़ के अन्य जिले में की जा रही थी। मामले में सिटी कोतवाली पुलिस ने ठगी के आरोपितों के विरूद्ध तत्काल अपराध कायम कर त्वरित कार्रवाई कर गिरफ्तार किया गया है।
बेबी फूड प्रोजेक्ट के लिए साईं ट्रस्ट ओड़ीशा की संस्था की ओर से कुपोषित बच्चों की सर्वे केलिए प्रत्येक ग्राम पंचायत में महिला समन्वयक व सहायक महिला समन्वयक की भर्ती के लिए आवेदन लिए जा रहे थे। कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी अजीत वसंत ने इसे गंभीरता से लिया और एसडीएम अमित कुमार को जांच के निर्देश दए। इसके बाद एसडीएम अमित कुमार ने राजस्व अधिकारियों की टीम लेकर सार्ईं ट्रस्ट उड़ीसा संस्था द्वारा मुंगेली में संचालित कार्यालय में दबिश दी और विधिक दस्तावेज प्रस्तुत नहीं करने पर कार्यालय को तत्काल प्रभाव से आगामी आदेश तक सील कर दिया।
मुंगेली के एसडीएम आईएएस अमित कुमार ने बताया कि संस्था द्वारा जिले में पंचायत स्तर पर दो कर्मचारियों की नियुक्ति संबंधी विज्ञापन जारी कर प्रत्येक पंचायत में दो महिला कर्मचारी की नियुक्ति के लिए पद्रंह सौ रुपये लिए जाने की जानकारी प्राप्त हुई थी। इस संबंध में जिला मुंगेली में कार्यालय का निरीक्षण किया गया। इस दौरान 200 महिलाएं कार्यालय में आवदेन के लिए पहुंची थीं।