वनांचल गांवों के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे मूलभूत सुविधाएं: भानुप्रताप सिंह
छग
कवर्धा। छत्तीसगढ़ राज्य अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष भानुप्रताप सिंह ने सोमवार को कलेक्टोरेट सभा कक्ष में जिला स्तरीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली। कलेक्टर जनमेजय महोबे ने बैठक में शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, वन सहित अन्य विभागों में संचालित योजनाओं और उनके प्रगति की विस्तार से जानकारी दी। अध्यक्ष सिंह ने अनुसूचित जाति आयोग में कबीरधाम जिले के 11 प्रकरणों की सुनवाई भी की। बैठक में पुलिस अधीक्षक डॉ. अभिषेक पल्लव, जिला पंचायत सीईओ संदीप अग्रवाल, बैगा विकास अभिकरण के अध्यक्ष पुसुराम बैगा, ईतवारी बैगा सहित सभी विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे। आयोग के अध्यक्ष सिंह ने अनुसुचित जनजाति वर्ग के समाजिक, आर्थिक एवं शैक्षणिक गतिवविधों एवं उनके विकास के लिए राज्य शासन द्वारा संचालित योजनाओं एवं कार्यक्रमों की क्रियान्वयन और उनके प्रगति की समीक्षा की। उन्होने कहा कि कबीरधाम जिले के बोड़ला एवं पंडरिया दो ऐसे विकासखण्ड है जहां विशेष पिछड़ी बैगा जनजाति एवं आदिवासी जाति की बहुलता है। वनांचल क्षेत्रों में बैगा जनजाति सदियों से निवारत है। उन गावों में मूलभूत सुविधाएं जैसे बिजली, पानी, सड़क के साथ-साथ शिक्षा, स्वास्थ्य और पोषण अंतिम व्यक्ति तक पहुंचना चाहिए। उन्होंने अनुसूचित जनजाति वर्ग के लघु किसानों द्वारा ली जाने वाली फसलो एवं कृषि खेती-किसानी की जानकारी ली। उन्होने आदिवासी एवं बैगा जनजाति वर्ग के लोगों को आर्थिक रूप से समक्ष बनाने और उन्हे राजीव गांधी किसान न्याय योजना, लघु वनोपजों के संग्राहकों को मिलने लाभों से जोड़ने के लिए कृषि विभाग को निर्देशित किया। सिंह ने अनुविभगीय राजस्व एवं तहसीलवार आदिवासी एवं विशेष पिछड़ी जनजाति वर्ग से समय-सीमा से बाहर फौति नामांतरण लंबित प्रकरणों की जानकारी ली। अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष सिंह ने बैठक में आदिवासी एवं बैगाजनजाति वर्ग से आए सामजिक प्रतिनिधियों से चर्चा भी की।
उन्होने बैठक के बाद आवेदन भी लिए, और कुछ विषयों को संज्ञान में लेते हुए उचित कार्यवाही एवं ठोस समाधान के लिए निर्देशित किया। बैठक में अधिकारियों ने आदिमजाति विकास विभाग, शिक्षा, स्वास्थ्य, वन, कृषि, उद्यानिकी,महिला एवं बाल विकास विभाग, पशुघन विकास विभाग सहित अन्य विभागीय गतिविधियों एवं प्रगति की जानकारी दी। संयुक्त कलेक्टर एवं आदिमजाति विकास विभाग के सहायक आयुक्त मोनिका कौड़ो ने आदिमजाति विकास विभाग में संचालित योजनाओं की जानकारी देते हुए बताया कि विभाग में 105 आश्रम एवं छात्रावास संचालित है। जिमसें 40 आश्रम, 59 छात्रावास, 2 विशिष्ट संस्था और बैगा विद्यालय 4 संचालित है। इनमें अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए 78 आश्रम, छात्रावास, अनुसूचित जाति वर्ग विद्यार्थियों के लिए 21 आश्रम-छात्रावास संचालित हैं। पिछड़ा वर्ग के लिए दो छात्रावास और विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा वर्ग के विद्यार्थियों के लिए चार आवासीय विद्यालय संचालित है। इन सभी संस्थानों में 6 हजार 595 छात्र-छात्राएं शैक्षणिक गतिविधियों में अध्यनरत हैं। 4 हजार 825 अनुसूचित जनजाति वर्ग के छात्र-छात्राएं आश्रम, छात्रावास में लाभान्वित हो रहे है। कलेक्टर जनमेजय महोबे ने बैठक में बताया कि बोडला विकासखण्ड में विशेष पिछड़ी बैगा जनजाति वर्ग के लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं लाभ दिलाने के लिए आदिमजाति विकास विभाग द्वारा मेंगा हेल्थ शिविर का आयोजन किया गया था। इस शिविर में बोड़ला और पंडरिया विकासखण्ड में निवासरत इस वर्ग के लोगों को चिन्हांकित कर स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया। शिविर में 1 हजार 172 महिला एवं पुरूष एवं बच्चों को स्वास्थ्य परीक्षण कराए गए। जिसमें दो सौ विशेष पिछड़ी बैगा जनजाति वर्ग के लोगों को ट्रेक रिकार्ड रखा गया है। पिछले दो माह पहले ही एक बैगा महिला की पेट का सफल आपरेशन किया गया। उनके पेट से 10 किलो का गोला निकाल कर उन्हे नई जिन्दगी देने की कोशिश की गई है। इसी प्रकार उपचार योग्य सभी लोगों से संपर्क बनाकर उन्हे स्वास्थ्य लाभ दिए जा रहे है। बैठक में अधिकारी ने बताया कि पशुधन विकास विभाग द्वारा अनुसूचित जनजाति वर्ग के 469 हितग्राहियों को विभिन्न योजनाओं से लाभ देने के लिए प्रस्तावित किया गया है। जिसमें बैकयार्ड कुक्कुट इकाई के लिए चार सौ हितग्राही, सूकरत्री वितरण 19, नर बकरा वितरण 26,शत प्रतिशत अनुदान पर सांड वितरण तीन,उन्नत मादा वत्स पालन योजना 12राज्य डेयरी उद्यमिता विकास के लिए 9 हितग्राही लाभान्वित करने के लिए प्रस्तावि हैं।