बिहार | आरजेडी से सांसद मनोज झा ने 21 सितंबर को राज्यसभा में ‘ठाकुर’ को लेकर कविता सुनाई थी. इस पर राजनीति गरमा गई है. अब बीजेपी (BJP) के खिलाफ चलने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड में भी इस मुद्दे को लेकर दरार दिखने लगी है. हालांकि नीतीश कुमार हर बार यह कहते आए हैं कि हमें सभी पार्टियों के एकजुट करना है और बीजेपी को परास्त करना है. वहीं, जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह भी नीतीश कुमार के साथ हैं, लेकिन अभी की बदली हुई पतिस्थिति कुछ और बयां कर रही है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू (JDU) में भी दरार दिखने लगी है।जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने गुरुवार मनोज झा के ‘ठाकुर’ वाले स्पीच पर जमकर समर्थन किया था और उन्होंने कहा था कि मनोज झा ने कोई गलत नहीं कहा है तो वहीं, जेडीयू कोटे के मंत्री और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी संजय झा ने राष्ट्रीय अध्यक्ष के बयान को खंडन किया. उन्होंने कहा कि मनोज झा को इस तरह का बयान देने के पहले सोचना चाहिए था।दरसल, मनोज झा के बयान पर आरजेडी के विधायक चेतन आनंद ने कहा था कि इस तरह का बयान हम बर्दाश्त नहीं करेंगे।
इसके बाद जेडीयू के विधान परिषद और प्रवक्ता संजय सिंह ने भी कहा था कि हम लोग ने चूड़ियां नहीं पहनी है इसका मुंह तोड़ जवाब देंगे, लेकिन जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने मनोज झा का समर्थन करते हुए कहा कि उनके बयान को गलत ढंग से परोसा जा रहा है, उनका उद्देश्य किसी समाज को इंगित करने का नहीं था. ललन सिंह ने कहा कि यह उनका वक्तव्य भी नहीं है, यह उनकी राय भी नहीं है. वह तो भाषण के दौरान एक कविता पढ़े हैं और उन्होंने यह भी कहा है कि मान लीजिए कि मैं ठाकुर हूं तो उनका बयान किसी ठाकुर समाज को इंगित करने का नहीं है. ललन सिंह ने कहा कि मनोज झा के बोलने के सात दिन बाद अब चर्चा उठ रही है. यह बीजेपी का कंफ्यूज कर रही है।