हत्या के विरोध में ग्रामीणों ने शेरघाटी-चेरकी मार्ग को साढ़े तीन घंटे तक रखा जाम
गया के शेरघाटी में हुई छुरेबाजी की घटना के बाद घायल की मौत से आक्रोशित ग्रामीणों ने शनिवार को शेरघाटी-चेरकी मार्ग को करीब साढ़े तीन घंटे जाम रखा. नाराज ग्रामीण पुलिस प्रशासन के समक्ष आरोपित की गिरफ्तारी एवं पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग कर रहे थे. चचेरे भाई सियाराम पासवान एवं जयराम पासवान ने बताया कि घटना का मुख्य आरोपित सुदामा पासवान ने काफी सफाई के साथ अशोक पासवान के पेट में छुरा मार दिया और यहां से फरार हो गया. घटना के पांच दिन बाद तक पुलिस जायजा लेने गांव में नहीं पहुंची.
घटना के बाद आक्रोशित हुए लोग
जमीन विवाद से जुड़े एक मामले को लेकर पुलिस मामले की छानबीन में गांव आयी थी. लेकिन पुलिस के द्वारा छुरेबाजी की घटना को लेकर कोई जांच-पड़ताल नहीं की गयी. लोगों ने कहा कि पुलिस की कार्यशैली शक के घेरे में है. विदित हो कि गत रविवार की सुबह चिताबकला गांव में पड़ोसी सुदामा पासवान ने अशोक पासवान को चाकू मार दिया था. घटना के बाद वह गंभीर रूप से घायल हो गया था. घायल अवस्था में उसे अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया, इसके बाद उसे गया और गया से फिर पुनः पटना रेफर कर दिया गया था. चार दिनों तक इलाज चला पांचवें दिन शुक्रवार की सुबह उसकी मौत हो गई.
पटना से देर रात शव पहुंचा गांव
पटना से देर रात मृतक का शव गांव पहुंचा. जिसके बाद सुबह में ही ग्रामीणों ने शव को सड़क पर रखकर शेर की शेर घाटी मार्ग को जाम कर दिया और पीड़ित परिवार को मुआवजा आदि देने की मांग करने लगे घटना की जानकारी मिलते ही शेरघाटी एसडीओ अनिल कुमार रमन, डीएसपी प्रवेंद्र भारती मैं मौके पर पहुंचकर परिजनों एवं ग्रामीणों को समझाया बुझाया एवं सरकारी प्रावधान के अनुसार सहयोग के आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने सड़क से जाम हटाया. इस मौके पर बीडीओ प्रशांत कुमार प्रसून सीओ सुधीर तिवारी, थानाध्यक्ष राज किशोर सिंह, सब इंस्पेक्टर विकास कुमार, गुरुआ थानाध्यक्ष अनिल कुमार सहित अन्य लोगों ने मौके पर मौजूद रहे.