अररिया। फारबिसगंज के रेफरल रोड स्थित एक निजी अस्पताल श्री साई हॉस्पिटल में तीन दिन पहले ऑपरेशन किये गये रेफर मरीज की मौत के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा मचाया। मरीज की मौत और हंगामा के बाद हॉस्पिटल के चिकित्सक समेत नर्स और स्वास्थ्यकर्मी मौके से फरार हो गये।बाद में फारबिसगंज थाना पुलिस मौके पर पहुंचकर आक्रोशित परिजनों को शांत कराया और विधि सम्मत कानूनी कार्रवाई का आश्वासन दिया।परिजनों ने चिकित्सक डॉ ग्यानन्द चौपाल और डॉ डी.एन. प्रसाद पर किडनी चोरी कर बेचने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई के लिए फारबिसगंज थानाध्यक्ष को लिखित आवेदन दिया है।फारबिसगंज कॉलेज चौक स्थित डॉ जी.एन. चौपाल के अस्पताल ईश्वर दयाल अस्पताल के बाहर आक्रोशित लोगों ने नेशनल हाइवे 57 को भी घण्टों जाम कर दिया और प्रदर्शन किया।
मामले को लेकर फुलकाहा थाना क्षेत्र के भंगही डुमरिया वार्ड संख्या 7 के रहने वाली 40 वर्षीया समीदा खातून पति-मो.तसोवर ने फारबिसगंज थानाध्यक्ष को आवेदन देकर बताया कि 25 अगस्त को फारबिसगंज कॉलेज चौक के समीप एनएच 57 के बगल में स्थित डॉ जी.एन. चौपाल में पुत्र आठ वर्षीय मो.मुर्शिद को भर्ती कराया गया था। जांच और फीस के तौर पर एक लाख पच्चीस हजार रुपैये जमा कराया गया था। किडनी सम्बंधित पेट का ऑपरेशन किया गया था। ऑपरेशन के दौरान ही पेट का किसी इस को काट दिए जाने की आशंका जताते हुए मो.मुर्शिद की तबियत खराब होने पर चिकित्सक डॉ जी.एन. चौपाल के द्वारा अपने भाई के पास जेनरल फिजिशियन डॉ डी. एन.प्रसाद के श्रीसाई हॉस्पिटल शाखा चौपाल हॉस्पिटल प्रा.ली. पता-रेफरल रोड,रेफरल अस्पताल से पश्चिम रेफर किया गया। आवेदन में तीन दिनों तक अस्पताल में मुर्शिद को भर्ती रखने के बाद सुबह आठ बजे मुर्शिद की मौत हो गयी। मौत के बाद ही अस्पताल से चिकित्सक समेत नर्स और अन्य अस्पताल के कर्मचारी मौके से फरार हो गये।आवेदन में दावा किया गया दोनों चिकित्सक भाई के द्वारा उनके पुत्र का किडनी निकालकर बिक्री कर दिया गया है। एक्स-रे रिपोर्ट में भी ऑपरेशन के दौरान अंदर पेट में पाइप और नस कटा होने का दिखने का दावा किया गया है।दोनों चिकित्सक पर हत्या का मामला दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की मांग की गई है।