बिहार | ठनका गिरने से पिछले दो महीने में करीब 30 से अधिक ट्रांसफार्मर जला हैं. इससे विभाग को तकरीबन छह लाख से अधिक की क्षति होने का अनुमान है. बगैर बारिश पिछले दो महीने में सबसे अधिक मेघ गर्जन और ठनका गिरने की घटना जिले में हुई है. इससे ट्रांसफार्मर जलने की घटना बढ़ी है. वैसे बिजली विभाग ने सभी जले हुए ट्रांसफार्मर को बदल दिया है.
विद्युत कार्यपालक अभियंता मो. अरमान ने बताया कि पिछले दिनों ठनका गिरने से जिले में जले सभी ट्रांसफार्मर को बदल दिया गया है. ट्रांसफार्मर रिपयरिंग वर्कशाप मधुबनी में जले हुए ट्रांसफार्मर को बनाए जाने से जिले के उपभोक्ताओं को सुविधा हो रही है. टीआरडब्ल्यू मधुबनी में 63, 100 एवं 200 केवीए के ट्रांसफार्मर की मरम्मत होती है. एक ट्रांसफार्मर की मरम्मत पर करीब 20 से 25 हजार रुपये लागत आती है. यहां वर्कशाप चालू होने से जिले के उपभोक्ताओं को फायदा हुआ है. पहले जिले का ट्रांसफार्मर टीआरडब्ल्यू दरभंगा से मरम्मत होकर आता था. इससे समय के साथ विभाग के राजस्व की भी क्षति होती थी. अब जहां समय से जले ट्रांसफार्मर बदले जा रहे हैं वहीं विभाग को भाड़ा मद में राजस्व की भी बचत हो रही है.
बाल श्रम रोकने के लिए की छापेमारी
बाल श्रमिकों की विमुक्ति के लिए डीएम के निर्देशानुसार धावा दल ने प्रखंड में दुकानों एवं प्रतिष्ठानों में सघन जांच अभियान चलाया. सुनील वेल्डिंग दुकान से एक बाल श्रमिक को विमुक्त कराया गया. उसे बाल कल्याण समिति, मधुबनी के समक्ष उपस्थापित कर निर्देशानुसार बाल गृह में रखा गया. इसके बाद श्री राम होटल, हनुमान ऑटो सेंटर सहित अन्य होटलों में भी छापेमारी की गयी. धावा दल नेे सभी दुकान एवं प्रतिष्ठान में जांच कर सभी नियोजको से किसी भी बाल श्रमिक को नियोजित नहीं करने के लिए एक शपथ पत्र भरवाया.