मनरेगा से वर्ष 2022-25 में 383 तालाबों के जीर्णोद्धार करने का लक्ष्य निर्धारित
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बिहार। कलक्ट्रिएट स्थित अंबेडकर सभागार में डीडीसी अमृषा बैंस की अध्यक्षता में जल – जीवन – हरियाली अभियान के अंतर्गत 11 अवयवों में किए गए कार्यों की समीक्षा बैठक हुई।जिसमें अतिक्रमण वाले चिन्हित तालाबों को अतिक्रमण मुक्त कराने की समीक्षा में बताया गया कि अभी भी 8 कुंआ एवं 14 तालाब को अतिक्रमण मुक्त कराया जाना शेष है। संबंधित सीओ को इन्हें अतिशीघ्र अतिक्रमण मुक्त कराने का निर्देश डीडीसी ने दिया। उन्होंने कहा कि इस सप्ताह के अंत तक इन तालाबों एवं कुओं पर से अतिक्रमण हट जाना चाहिए। लघु जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंता ने बताया कि उन्हें पांच एकड़ से बड़े 24 तालाब जीर्णोद्धार के लिए मिले थे।
जिनमें से 19 में कार्य प्रारंभ करवाया गया था और उनमें से 14 तालाबों का जीर्णोद्धार कार्य पूर्ण कर लिया गया है। शेष पांच तालाब को अति शीघ्र पूर्ण कराने का निर्देश दिया गया। इसके अतिरिक्त वर्ष 2022 से वर्ष 2025 के लिए अतिरिक्त 24 तालाबों का जीर्णोद्धार करवाने का लक्ष्य दिया गया। मनरेगा के अंतर्गत वर्ष 2022-25 के लिए 383 तालाबों का जीर्णोद्धार करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिनमें से 2022-23 में 36, 2023-24 में 147 एवं 2024-25 में 200 तालाबों का जीर्णोद्धार कराया जाएगा। इसी प्रकार जिले के 39 आहर एवं 74 पईन का जीर्णोद्धार होने की बात अधिकारियों ने कही।
इसी प्रकार चापाकल के समीप सोख्ता निर्माण की समीक्षा में बताया गया कि नगर निगम दरभंगा में 175 चापाकल के समीप सोख्ता बनवाया गया है तथा मनरेगा तहत लगभग 1600 चापाकल के किनारे सोख्ता बनवाया गया है। मनरेगा के द्वारा 23 चेक डैम का निर्माण करवाया गया। खेत पोखर निर्माण की समीक्षा में बताया गया कि 603 नए जल स्रोतों का निर्माण कराया गया है। वृक्षारोपण की समीक्षा में किए गए लगभग 6 लाख वृक्षारोपण की प्रविष्टि जल-जीवन-हरियाली पोर्टल पर कराने के निर्देश दिया गया। अधिकारियों ने बताया कि जिले में 503 एकड़ में जैविक खेती तथा 200 एकड़ में टपकन सिचाई करवाया जा रहा है। बैठक में एडीएम राजेश झा राजा, उप निदेशक जन संपर्क नागेंद्र कुमार गुप्ता एवं अन्य संबंधित पदाधिकारी मौजूद थे।