सुशील मोदी ने पूछा- कारतूसों के शौकीन को शिक्षा मंत्री बना कर छात्रों को क्या संदेश दे रहे नीतीश
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पटना। भाजपा के राज्यसभा सदस्य सुशील मोदी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को शिक्षा मंत्री बनाए गए प्रो. चंद्रशेखर पर आर्म्स एक्ट के तहत दर्ज मामला और बैग में कारतूस मिलने के आरोपों की याद दिलाते हुए पूछा कि ऐसे व्यक्ति को शिक्षा मंत्री बनाकर वह प्रदेश के छात्रों को क्या संदेश दे रहे हैं।
ऐसे शिक्षा मंत्री क्या सुधार करेंगे?
बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने गुरुवार को बयान जारी कर कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मधेपुरा के विधायक प्रोफेसर चंद्रशेखर के रूप में ऐसे दबंग व्यक्ति को शिक्षा मंत्री बनाया, जो प्वाइंट 315 की दस जिंदा कारतूस बैग में छुपा कर लाने के आरोप में पकड़े गए थे। उन्होंने कहा कि ऐसे शिक्षा मंत्री क्या सुधार करेंगे और छात्रों को क्या संदेश देंगे।
सुशील मोदी ने कहा कि दिल्ली के इंदिरा गांधी अन्तरराष्ट्रीय हवाईअड्डा थाना में चंद्रशेखर के विरुद्ध आर्म्स एक्ट की धार 25 और भारतीय दंड विधान की धारा 482 के तहत 21 फरवरी 2019 को बैग में छुपाकर जिंदा कारतूस ले जाने के प्रयास का मामला दर्ज हुआ था। उन्होंने कहा कि हालांकि विधायक के भूलवश बैग में कारतूस रख लेने की दलील स्वीकार कर उच्च न्यायालय ने उन्हें बरी कर दिया लेकिन सवाल है कि क्या कोई भूलवश हवाई यात्रा के बैग में 10 जिंदा कारतूस रख सकता है।
"चंद्रशेखर ने इतनी कारतूस क्यों छिपा कर रखी"
भाजपा सांसद ने कहा कि जब लाइसेंसी राइफल साथ नहीं थी तब चंद्रशेखर ने इतनी कारतूस क्यों छिपा कर रख ली थी। उन्होंने बताया कि पूछताछ में चंद्रशेखर न हथियार का लाइसेंस दिखा पाए और न ही कारतूस ले जाने की अनुमति का कोई अधिकृत पत्र उनके पास था। मोदी ने आरोप लगाया कि किताब की जगह कारतूसों का शौक रखने वाले को शिक्षा मंत्री बनाकर नीतीश कुमार युवाओं को सरकारी नौकरी पाने लायक नहीं बल्कि अपहरण उद्योग चलाने में माहिर बनाना चाहते हैं।