एनआईए की सात सदस्यीय टीम ने सदर अस्पताल में संचारी रोगों की सुविधा की जांच की
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सहरसा। सदर अस्पताल मे गैर संचारी रोगो की इलाज के लिए एनसीडी के तहत मधुमेह, मेन्टल तथा कैसर जैसे असाध्य रोगियो की सुविधा के लिए बेहतर व्यवस्था की जा रही है।उसी व्यवस्था को और अधिक कारगर बनाने के लिए गुरुवार को एनआईए की सात सदस्यीय टीम द्वारा जांच की गई।इस सात सदस्यीय टीम मे 4 केन्द्रीय तथा तीन राज्यस्तरीय अधिकारी शामिल हैं। अस्पताल अधीक्षक डॉ एसपी विश्वास ने बताया कि सदर अस्पताल में गैर संचारी रोग के लिए एनसीडी विभाग की स्थापना की गई है। यह लोगो के गैर संचारी रोग से संबंधित बेहतर इलाज के लिए डॉक्टरों को आवश्यक निर्देश के साथ सिविल सर्जन को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे। उन्होंने बताया कि गैर संचारी रोग के लिए सपोर्टिंग सिस्टम की जांच की जा रही है। जो कैसा चल रहा है वही कमी को कैसे दूर करेंगे। एनआईए की टीम को दो भागों में विभक्त कर जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्र में जाकर जांच करेंगे।
साथ ही साथ सदर अस्पताल में भी इसकी जांच 2 दिनों से की जा रही है।मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर रविंद्र मोहन ने कहा कि एनआईए की टीम द्वारा सिविल सर्जन से बैठक कर कैंसर,मधुमेह हाई ब्लड प्रेशर,मेन्टल एवं ओपीडी में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए संभावनाओं की तलाश की। उन्होंने बताया कि जिले के लोगों को कैंसर जैसे असाध्य रोगों में प्रारंभिक जांच के लिए भी महानगरों में जाना पड़ता था।लेकिन अब यह सुविधा सदर अस्पताल में भी उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने बताया कि सरविक्स एवं ब्रेस्ट कैंसर जांच की शुरुआत अगले महीने से शुरू की जाएगी। ज्ञात हो कि कोरोना के बाद जिले की पूरी आबादी का 10 से 15% लोग किसी न किसी रूप में मानसिक रूप से बीमार हैं। ऐसे में अगर उनका शुरुआत की दौड़ में इलाज कर दिया जाए तो वह ठीक हो सकते हैं।उन्होने कहा कि मानसिक तनाव से बचाव को लेकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। ज्ञात हो कि तनाव ग्रस्त जीवन शैली एवं बिगड़ते मानसिक स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए अंतरराष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर सदर अस्पताल में मेंटल हॉस्पिटल की शुरुआत की गई है। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर रविंद्र मोहन, डीएस एसपी विश्वास, अस्पताल प्रबंधक सिंपी कुमारी सहित अन्य मौजूद थे।