उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक में अठत्तर लाख रुपए का घोटाला, चार कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज
मुजफ्फरपुर(MUZAFFRAPUR): मुजफ्फरपुर में काल्पनिक लोगों के नाम पर लोन उठाकर बैंक के पैसे का फर्जीवाड़ा प्रकाश में आया है. मामला ब्रह्मपुरा थाना इलाके के उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक लक्ष्मी चौक का है. जहां बैंक कर्मचारियों ने कई अलग अलग काल्पनिक नाम पते का सत्यापन कर फर्जी कागजात तैयार किए. इन कागजातों को सही करार देते हुए इन फर्जी खाता धारकों के नाम पर लोन भी सैक्सन कर दिया और फर्जी निकासी भी कर ली गई.
शाखा के चार कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज
बैंक के इंटरनल ऑडिट में जब अठत्तर लाख रुपए के लोन में एक रुपया भी जमा नहीं पाया गया तब ऑडिट कर्मियों का माथा ठनका. विभागीय जांच के बाद यह मामला प्रकाश में आया कि बिना बैंक कर्मचारियों की मिलीभगत के इस तरीके का फर्जीवाड़ा संभव ही नहीं था. मामले की गंभीरता को देखते हुए बैंक के बड़े अधिकारियों ने शाखा के चार कर्मचारियों के विरुद्ध स्थानीय ब्रह्मपुरा थाने में मामला दर्ज कराया है. दर्ज नमों में गबन का केस के आरोपी में मैनेजर सदर थाने की पंचवटी कॉलोनी की निवासी प्रीति कुमारी, तत्कालीन मैनेजर बिहारशरीफ की कृति कुमारी, सहायक प्रबंधक माड़ीपुर के उत्कर्ष श्रीवास्तव और चक्कर रोड निवासी ग्राहक बर्नाडेट लॉरेंस को आरोपित किया गया है.
78 लाख का हुआ गबन
उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक के चीफ ऑपरेशन मैनेजर ने बताया की सरकार के पैसा का कस्टोडियम होता है बैंक और सरकार का पैसा सुरक्षित रखना हमारी जिम्मेदारी है. ग्राहकों के प्रति हमारी जिम्मेदारी है की ग्राहकों के हित की कोई हक मारी नहीं हो , हम ग्राहकों के प्रति सजग थे सजग हैं और सजग रहेंगे. ऑडिट के दौरान यह मामला प्रकाश में आया है और हमलोगों ने संबंधित अधिकारी के विरुद्ध मुकदमा भी दर्ज करा दिया है. इनके विरुद्ध विभागीय कारवाई भी चल रही है और इनको सस्पेंड भी कर दिया गया है. लगभग अठत्तर लाख रुपए का गबन प्रकाश में आया है. इस मामले में हमलोगों ने एफ आई आर दर्ज करा दिया है.
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