RJD नेता तेजस्वी यादव ने बड़ा दावा-केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय राजद ज्वॉइन करना चाहते थे
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय राजद ज्वॉइन करना चाहते थे
RJD नेता तेजस्वी यादव ने बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा है कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय RJD ज्वाइन करना चाहते थे। राष्ट्रपति चुनाव में वोटिंग के बाद बिहार विधानसभा में उन्होंने कहा कि जब BJP की तरफ से नित्यानंद राय को मंत्री नहीं बनाया गया था तब वे तेजस्वी यादव से मिलकर RJD में शामिल करा लेने की बात कही थी। नित्यानंद राय ने कहा था कि उनका BJP में मन नहीं लग रहा है।
तेजस्वी यादव ने ये पलटवार केंद्रीय मंत्री के उस बयान के बाद किया है जिसमें उन्होंने कहा था कि परिवार की विरासत से राजनीति में आने वाले तेजस्वी यादव को गरीबों, पिछड़ों, वंचितो, शोषितों के दर्द का जरा भी आभास नहीं है। उन्हें इसका अगर आभास होता तो वें जनजातीय समाज से निकलकर अनेक संघर्षो से यहाँ तक पहुंचने वाली सुयोग्य श्रीमती द्रौपदी मुर्मू के लिए ऐसे अपमान जनक भावना नहीं रखते।
मोदी जी की सरकार ने फिर से गरीबों को ठगा है
रोजमर्रा इस्तेमाल की चीजों पर GST लगाने पर भी तेजस्वी ने मोदी सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि जब GST लागू किया जा रहा था तब कहा गया था कि दूध, दही, आटा टैक्स फ्री रहेगा। फिर मोदी जी और उनकी सरकार ने ठगा है। आश्चर्य की बात ये है कि गरीब जिससे अपना पेट पालता है उस पर 5% का टैक्स लगाया गया है। वहीं अमीरों के शौक की सामग्री हीरा पर मात्र 1.5% टैक्स लगाया गया है।
BJP वाले कभी महिला का सम्मान नहीं करते
तेजस्वी यादव ने कहा है कि BJP वालों को महिलाओं का सम्मान करना नहीं आता है। सम्मान क्या होता है ये कुछ नहीं जानते। ये लोग महिला-महिला अभी कर रहे हैं। पहली बार प्रतिभा पाटिल जी को राष्ट्रपतिकिस पार्टी ने बनाया है। जब प्रतिभा पाटिल जी को राष्ट्रपति बनाया जा रहा था तब BJP के लोग विरोध क्यों कर रहे थे? जबकि उस दौरान प्रथम महिला राष्ट्रपति जी का चुनाव है।
राष्ट्रपति को मजबूत होना जरूरी
द्रौपदी मुर्मू को मूर्ति कहने पर तेजस्वी यादव ने कहा कि उनसे उनकी कोई व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं है। लेकिन राष्ट्रपति ऐसा होना चाहिए जो संविधान की रक्षा करे। आज जब सारे संवैधानिक संस्थाओं को बर्बाद किया जा रहा है वहां राष्ट्रपति ही एक उम्मीद होते हैं। कौन क्या कहता है इस पर कुछ नहीं कहना। सवाल पूछे जाने पर मैंने कहा था कि हम मूर्ति क्यों चुनेंगे। हम राष्ट्रपति चुनेंगे।