गांधी मैदान में रावण वध की तैयारियां शुरू, दक्षिण भारतीय परिधान में रहेगा पुतला

Update: 2023-09-23 06:56 GMT
पटना। पटना में दशहरा के लिए अभी से ही तैयारियां शुरू हो गई है। कई जगहों पर पंडाल बनने शुरू हो गए हैं। इसी के साथ विजयादशमी की भी तैयारी चल रही है। 24 अक्टूबर को इस बार पटना के गांधी मैदान में रावण वध समारोह का आयोजन किया जाएगा। पिछली बार रावण दहन से पहले रावण का पुतला तेज हवा के कारण गिर गया था। लेकिन इस बार ऐसी घटना न हो इसके लिए खास तैयारी की जाएगी। साथ ही इस बार रावण को दक्षिण भारतीय परिधान में दिखाया जाएगा। इसके साथ ही पुतलों की बनावट भी अलग और खास रखी जाएगी। इस बार पुतला बनाने के लिए कारीगरों की टीम मैसूर, आगरा या झारखंड से आने वाली थी। लेकिन अब यह जानकारी सामने आई है कि इस बार बिहार के ही पुतला कारीगरों द्वारा इसे बनाया जाएगा। पुतला बनाने वाले कलाकार मुस्लिम रहेंगे। कारीगरों से आयोजन समिति की बात पक्की हो गयी। श्री दशहरा कमिटी ट्रस्ट के चेयरमैन कमल नोपानी ने कारीगरों को सख्त हिदायत दी है कि इस बार पिछले साल की तरह कोई घटना न हो। मुस्लिम कारीगरों द्वारा रावण, मेघनाथ और कुंभकर्ण का पुतला बनाया जाएगा। कोरोना के बाद इस बार सबसे भव्य आयोजन की तैयारियां की जाएगी। कोरोना संक्रमण के तीन साल इस बाद इस बार का रावण वध समारोह पटना वासियों के लिए यादगार बनाने का काम किया जा रहा है।
इस बार रावण के पुतले की हाइट 70 फीट रखी जाएगी। जबकि मेघनाथ की हाइट 65 फीट और कुंभकर्ण की हाइट 65 फीट रखी जाएगी। पुतले को बनने के बाद इसकी बार्निस की जाएगी और उस पर प्लास्टिक का कवर भी चढ़ाया जाएगा। ऐसे में बारिश होने पर भी तीनों पुतले गलेंगे नहीं और रावण वध के दौरान यह धू-धू कर जलेंगे। रावण वध समारोह के दौरान ईको फ्रेंडली पटाखे के विस्फोट से दशानन का पुतला जलेगा। इसी तरह मेघनाथ और कुंभकर्ण को भी जलाया जाएगा। पटाखे कोलकाता से मंगाए जाएंगे। साथ ही इस तरह से पुतलों को खड़ा किया जाएगा कि तेज आंधी में भी गिरें नहीं। क्योंकि पिछली बार तेज हवा के झोंकों के बीच रावण का पुतला जलने से पहले ही जमीन पर गिर गया था। बाद में किसी प्रकार क्रेन के सहारे उसे दोबारा खड़ा कर जलाया जा सका था। आयोजकों ने बताया कि फिर से वैसी नौबत नहीं आए, इसका पूरा ख्याल रखा जाएगा।
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