फुलवारीशरीफ टेरर मॉड्यूल मामले: 26 लोगों पर नामजद प्राथमिकी दर्ज
राजधानी के फुलवारीशरीफ स्थित नया टोला इलाके में मार्शल आर्ट व शारीरिक प्रशिक्षण की आड़ में देश विरोधी गतिविधियां चल रही थी
Patna: राजधानी के फुलवारीशरीफ स्थित नया टोला इलाके में मार्शल आर्ट व शारीरिक प्रशिक्षण की आड़ में देश विरोधी गतिविधियां चल रही थी. पटना पुलिस की टीम ने प्रतिबंधित कट्टरपंथी संगठन सिमी का पूर्व सदस्य रहा अतहर परवेज और झारखंड पुलिस रिटायर्ड दरोगा जलालुद्दीन को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार मोहम्मद परवेज आलम मोहम्मद जलालुद्दीन के खिलाफ पुलिस को देश विरोधी गतिविधियों में संलिप्त रहने, देश विरोधी गतिविधियों में शामिल करने के लिए लोगों को प्रशिक्षण देने हथियार चलाने मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग देने एवं धार्मिक उन्माद फैलाने आदि देश विरोधी गतिविधियों को संचालित करने के पुख्ता साक्ष्य मिले हैं. गिरफ्तार दोनों शख्स भारत को 2047 में इस्लामिक राष्ट्र बनाने का विजन 2047 पर काम कर रहे थे.
मामले की जानकारी देते हुए पटना एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लों ने गुरुवार को कहा कि 26 लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की गयी है, जिसमें अधिकांश लोग बिहार के हैं और कुछ लोग बिहार के बाहर कर्नाटक के रहने वाले हैं. अभी अनुसंधान जारी है.
शारीरिक प्रशिक्षण के साथ ही तलवारबाजी की भी ट्रेनिंग दे रहे थे. छापेमारी के दौरान ऐसे डॉक्यूमेंट मिले जो कि भारत की संप्रभुता और अखंडता के विरुद्ध भी टिप्पणियां थी. गिरफ्तार लोगों के बैंक अकाउंट की भी जांच की जाएगी.
पटना एसएसपी ने यह भी बताया कि तमिलनाडू और केरल के 12 लोग आए थे. सभी से पूछताछ की जा रही है. 26 नामजद लोगों में पटना, दरभंगा समेत दूसरे जिलों के लोग शामिल हैं. ऑफिस में छापेमारी के दौरान हाजिरी रजिस्टर मिले हैं जिसमें मीटिंग में शामिल होने वाले लोगों का नाम लिखा हुआ है. इस रजिस्टर की भी जांच की जा रही है. अरमान मलिक नामक शख्स भी फुलवारी का रहने वाला है उसे भी गिरफ्तार किया गया है वह मीटिंग में शामिल होता था. जो भी इस मामले में संलिप्त हैं उन्हें बख्शा नहीं जाएगा.