संदिग्ध स्थिति में एक व्यक्ति की मौत, मुहल्ला नामकरण को ले उठ रहा विवाद

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Update: 2022-07-31 17:40 GMT

बिक्रमगंज। स्थानीय थाना क्षेत्र के घोसिया कलां पंचायत के रेडियां गांव चित्रगुप्त कॉलोनी( तिवारी नगर) में शुक्रवार की देर शाम एक व्यक्ति की मौत संदिग्ध स्थिति में हो गयी। मृतक 52 वर्षिय उपेंद्र कुशवाहा संझौली थाना क्षेत्र के राजाडीह गांव का निवासी था। वह करीब 6 वर्ष से चित्रगुप्त कॉलोनी,तिवारी नगर में अपना मकान बनाकर सपरिवार रहता था। साथ ही साथ अपने मकान में आगे की एक कमरे में किराना दुकान भी खोल रखा था। जो शुक्रवार की देर शाम उसकी मौत की खबर पूरे शहर में हत्या की घटना के रूप में फैल गयी। पुलिस को भी इसकी सूचना मिली तो एसडीपीओ शशिभूषण सिंह और पुलिस निरीक्षक सह थानाध्यक्ष देवराज राय ने पुलिस टीम के साथ घटनास्थल पहुंच घटना की जांच में जुट गये। वही मृतक के परिजनों ने मौत का कारण बीमारी बताते हुए पोस्टमार्टम कराने से मना कर दिया। दूसरी तरफ आसपास के लोगों का कहना था कि चित्रगुप्त कॉलोनी के नाम को लेकर वहीं के कुछ एक जाती के शरारती तत्वों द्वारा हिन्दू समाज के घरों पर जबरन अलीनगर मुहल्ला लिखने का दबंगई दिखा कार्य किया जा रहा था। जिसको लेकर वहां बसे हिन्दू समाज के लोगों में पूर्व से गुटीय विवाद जारी था। लेकिन शुक्रवार की शाम को गली में लटकी निजी बिजली तार को लेकर मृतक की पड़ोसी से शिक्षिका अनिता रानी से एक जाति के कुछ लोग भीड़ गए। जिसमें पड़ोसी उपेंद्र कुशवाहा बीच बचाव करने पहुंचे। इसी बीच कुछ लोगों ने उसे धक्का दे दिया। जिसके उपरांत वह गिर पड़े। जिसके बाद उसकी पत्नी उसे अपने घर में ले गयी। जो घर में जाते ही बेसुध गिर गया। आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया। जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक की पत्नी पिंकी देवी ने मौके पर पहुंची पुलिस एसडीपीओ व थानाध्यक्ष को बताया कि उनकी पति की मौत बीमारी से हुई है। उनसे कोई झगड़ा झंझट नहीं हुआ जो लंबे समय से बीमार थे। यहां मृतक अपनी पत्नी, मां और दो पुत्र 10 वर्षिय लक्की व 12 वर्षिय गोल्डी के साथ रहता था। घटना की जानकारी के बाद प्रखंड प्रमुख राकेश कुमार सिंह उर्फ लाली घोसिया खुर्द पंचायत मुखिया विनय प्रकाश चौधरी भी पहुंचे थे।

वहीं मृतक की पड़ोसी अनिता रानी ने पुलिस को बताया कि बिजली तार को लेकर उनसे और उनके पुत्र से कुछ लोगों ने पहले विवाद किया और झगड़ा झंझट करने लगे इसी बीच पड़ोसी उपेंद्र आकर बीच बचाव करने लगे तो उनलोगों ने उनसे धक्का मुक्की करना शुरू कर दिया। जिन्हें उसी समय घर में उनकी पत्नी ले गयी और उनकी मौत हो गई। उनके पड़ोसी अनिता रानी अनुसार भय से मृतक के परिजन पुलिस से झगड़े की बात छिपा रहे हैं। उसने कहा कि कुछ माह पूर्व गली के जबरन नया नामकरण अलीनगर को लेकर भी मृतक से विवाद हुआ था। अनिता की मानें तो भय दिखाकर वे लोग यहां बसे हिन्दू समाज के लोगों को भगाना चाहते हैं।दूसरी तरफ इस संबंध में एसडीपीओ शशिभूषण सिंह व थानाध्यक्ष देवराज राय ने बताया कि घटना के संबंध में पीड़ित परिवार से पूछताछ के बाद भी मृतक की पत्नी ने झगड़ा झंझट की बात से इंकार करते हुए शव का पोस्टमार्टम करने से मना कर दिया। जिसके उपरांत पुलिस ने मृतक के परिजनों से लिखित आवेदन लेकर वहां से शव छोड़ वापस लौट गयी। उधर मृतक के परिजन शव को रात के अंधेरे में ही लेकर अपने पैतृक गांव संझौली थाना के राजाडीह चले गए। ज्ञात हो कि 24 जून सत्र 2019 को अनिता रानी के पति सुरेंद्र कुमार सिंह की मौत भी संदिग्ध स्थिति में हो गयी थी। जिनका शव स्थानीय नहर से बरामद हुआ था।बताया जाता है कि उक्त मुहल्ले का रकबा करीब बारह एकड़ का है। जो तिवारी वंशजों का होने के कारण पहले तिवारी नगर के नाम से जाना जाता था।समय के साथ एक खास जाती की आबादी बढ़ती गई और नया नामकरण कर दिया गया।
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