मोस्टवांटेड रवि गोप गिरफ्तार, BJP नेता की कर चुका है हत्या

मोस्टवांटेड रवि गोप गिरफ्तार

Update: 2022-08-11 11:14 GMT
पटना: 50 हजार रुपए के इनामी और कुख्यात अपराधी रवि गोप को नागपुर (Criminal Ravi Gop Arrested From Nagpur) से धर लिया गया है. वह करीब 14 साल से फरार चल रहा था. इसने बिहार छोड़ दिया था और महाराष्ट्र में हुलिया बदलकर रह रहा था. महाराष्ट्र के साथ ही इसने अपनी जड़ें गोवा तक फैला रखी थी. अपने आपराधिक छवि को छिपाने के लिए नागपुर में रवि गोप स्क्रैप का बिजनेस कर रहा था.
कुख्यात रवि गोप नागपुर से गिरफ्तार: साल 2008 से ही रवि गोप फरार चल रहा था. पिछले कई महीनों से बिहार एसटीएफ (Bihar STF Arrested Ravi Gop) की एक टीम इसके बारे में जानकारी जुटाने में लगी थी. उसी बीच इसके नागपुर में होने का पता चला तो पटना से STF की टीम वहां गई. छापेमारी के दौरान कुख्यात रवि गोप को धर दबोचा गया. जानकारी के मुताबिक एसटीएफ की टीम रवि गोप को महाराष्ट्र से पटना ले आई है.
महाराष्ट्र से वसूल रहा था बिहार के कारोबारियों से रंगदारी: राजेंद्र नगर रोड नंबर 15 टंकी के पास का रहने वाले रवि गोप की गिरफ्तारी कदमकुआं थाना कांड संख्या 259/14 मामले में की गई है. रवि गोप के बारे में कहा जाता है कि यह बम फेंक कर हत्या करने में काफी माहिर है. पटना के गोविंद मित्रा रोड के दवा और नाला रोड के फर्नीचर कारोबारी रवि गोप और उसके गैंग के निशाने पर होते थे. कारोबारियों से यह रंगदारी वसूलता था. एसटीएफ के अधिकारी की मानें तो यह नागपुर में होने के बाद भी पटना के कारोबारियों को डरा धमका कर उनसे रंगदारी वसूल रहा था.
रवि गोप के खिलाफ पटना में ही दर्ज हैं 16 मामले : रवि गोप ने नाला रोड में भाजपा नेता क्रांति की हत्या के साथ ही संग्राम सिंह और अशोक गुप्ता की भी हत्या की थी. इसके ऊपर पटना के 3 थानों में कुल 16 एफआईआर दर्ज हैं. इसमें हत्या के 6, हत्या के प्रयास के 8 और आर्म्स एक्ट के केस दर्ज हैं. इन्हीं केसों में रंगदारी मांगने की धाराएं भी जुड़ी हुई हैं. अकेले कदमकुआं थाना में 12, पीरबहोर में 3 और फुलवारी शरीफ में 1 मामला दर्ज है. 2014 से लेकर अब तक कई बार इसे गिरफ्तार करने के लिए कई ठिकानों पर छापेमारी की गई थी पर फिर भी पुलिस की एसटीएफ को कामयाबी नहीं मिली थी.
विशेष टीम ले आई पटना, होगी पूछताछ: बिहार एसटीएफ की टीम के साथ-साथ स्थानीय पुलिस काफी दिनों से कुख्यात वांछित अपराधी रवि गोप की तलाश में जुटी थी और अंत में गुप्त सूचना के आधार पर उसकी गिरफ्तारी महाराष्ट्र के नागपुर से हुई. बिहार की विशेष टीम उसे गिरफ्तार कर पटना लाई है और पूछताछ की तैयारी चल रही है.
शूटर गुड्डू शर्मा था इसका राइट हैंड: एसटीएफ के अनुसार इस अपराधी का नाला रोड, गोविंद मित्रा रोड और इसके आसपास के इलाकों में काफी आतंक था. गिरफ्तारी से बचने के लिए इसने अपना ठिकाना बदलना शुरू कर दिया था. इसका गैंग भी काफी बड़ा था. शूटर गुड्डू शर्मा इसका ही राइट हैंड था, जिसे पुलिस ने दिल्ली में मार गिराया था. 2005 में ही उसका एनकाउंटर हुआ था.
विवाह से पहले हुआ था गिरफ्तार: कुख्यात रवि गोप को एसटीएफ के विशेष दस्ते ने 6 दिसंबर 2020 को गिरफ्तार किया था. रवि अथमलगोला थाना के पास स्थित राकेश मंडप, मैरेज हॉल में विवाह करने आया था. वह विवाह कर पाता इससे पहले ही गुप्त सूचना पर पहुंची एसटीएफ की टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया. उसपर हत्या और लूट के कई मामले दर्ज हैं. एसटीएफ ने 7 दिसंबर को रवि गोप को पटना पुलिस के हवाले कर दिया था. लेकिन उसे महज 50 घंटे में ही छोड़ दिया गया था. जेल प्रशासन की लापरवाही के कारण एक इनामी अपराधी फरार हो गया था. इस लापरवाही के कारण फुलवारी जेल के जेलर अरविंद कुमार को सस्पेंड भी किया गया था.

सोर्स- etv bharat hindi

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