नालंदा। नालंदा जिला के हिलसा उपकारा के बंदियों के बैरक के अंदर ताश खेलते व गांजा बनाते वीडियो वायरल हुआ है । वायरल वीडियो में चिलम के साथ आधा दर्जन मोबाइल भी दिख रहे हैं। बंदियों ने आरोप लगाया कि जेलर रुपये लेकर बैरक में हर तरह की सुविधा उपलब्ध कराते हैं। खाने व पीने के पानी के लिए भी रुपये लिये जाते हैं।वीडियो के वायरल होते ही एसडीओ सुधीर कुमार के नेतृत्व में जेल के अंदर छापेमारी की गयी। दो घंटे की छापेमारी में पुलिस को कुछ भी हासिल नहीं हुआ।
एसडीओ का कहना है कि वीडियो पुराना है। जेल के अंदर का तीन वीडियो वायरल हुआ है। पहले वीडियो में आधा दर्जन मोबाइल, गांजा व चिलम दिख रहे हैं। वीडियो बनाने वाला बता रहा है कि किस मोबाइल के लिए जेलर कितने रुपये लेते हैं। गांजा व चिलम के लिए कितने रुपये लिये जाते हैं। वह हाथ में रखा गांजा भी दिखा रहा है। दूसरे वीडियो में बैरक के अंदर ताश खेल रहे व अपने बिस्तर पर सो रहे बंदियों को दिखाया जा रहा है।
वीडियो वायरल होने के बाद एसडीओ के नेतृत्व में शनिवार की शाम जेल में छापेमारी की गयी। दो घंटे की सघन तलाशी में पुलिस के हाथ कुछ नहीं लगा। छापेमारी के बाद एसडीओ ने कहा कि वीडियो के संज्ञान में आते ही छापेमारी की गयी। कुछ भी आपत्तिजनक सामान नहीं मिला। पूछताछ में पता चला कि अपराधी प्रवृत्ति वाले कुछ बंदियों का हाल में ही दूसरे जेल में भेजा गया है। इसके विरोध में जेल प्रशासन पर दबाव बनाने के लिए वीडियो वायरल किया गया है। सुनियोजित तरीके से किसी बंदी ने इसे बनाया है। वीडियो करीब महीनेभर पुराना है।