नेपाल में भारी बारिश से उत्तर बिहार की कई नदियां उफान पर हैं। सुपौल जिले में कोसी तटबंध के अंदर बसे गांव में नदी तबाही मचाने लगी है। सदर प्रखंड के तेलवा पंचायत में घर कटकर विलीन होने का सिलसिला लगातार दूसरे दिन भी जारी है। वार्ड 3, 4 और 5 के लगभग चार दर्जन से अधिक लोगों के घर नदी में समा चुके हैं। खगड़िया और भागलपुर जिले में भी कोसी नदी कटाव कर रही है।
ग्रामीण विद्याभूषण ने बताया कि कोसी नदी के जलस्तर बढ़ने और घटने का सिलसिला जारी है। इसके कारण कोसी नदी कटाव कर रही है। कई वार्डों के लोगों के घर कटकर नदी में समा गए हैं। उन्होंने बताया कि प्रशासन की ओर से कोई राहत सामग्री उपलब्ध नहीं कराई गई है। इसलिए बाढ़ पीड़ित आसमान के नीचे रहने को विवश हैं। अब तक ना तो सूखा भोजन और ना ही प्लास्टिक दिया गया है। लोग खुले आसमान में ही जीवन गुजार रहे हैं और धूप-बारिश झेल रहे हैं। दिन तो किसी तरह काट लेते हैं लेकिन रात में परेशानी बढ़ जाती है।
फटा प्लास्टिक टांगकर कर रहे गुजर-बसर
ग्रामीणों ने बताया कि वे लोग फटा प्लास्टिक टांग कर किसी तरह गुजर बसर कर रहे हैं। बाढ़ का पानी जब सभी जगह भर जाता है तो शौचालय की भी समस्या हो जाती है। उन्होंने कहा कि रात में तो रोशनी की भी कोई व्यवस्था नहीं है। छोटे-छोटे बच्चों को भी अंधेरा में संभालना मुश्किल हो जाता है। इतना ही नहीं पशु चारा की भी समस्या हो गई है। सरकार की तरफ से अभी तक बाढ़ के समय में पशुओं के लिए चारे तक की व्यवस्था नहीं की गई है।