रांची में बढ़ते एयर पॉल्यूशन को देखते हुए रांची नगर निगम की ओर से एंटी स्मॉग गन मशीन का किया उद्घाटन
बिहार-झारखंड के बंटवारे से पहले बिहार के समर कैपिटल के नाम से मशहूर रांची की हवा और मौसम फिर से से पहले जैसा करने की तैयारी चल रही है.
बिहार-झारखंड के बंटवारे से पहले बिहार के समर कैपिटल के नाम से मशहूर रांची की हवा और मौसम फिर से से पहले जैसा करने की तैयारी चल रही है. दरअसल झारखंड की राजधानी रांची में बढ़ते एयर पॉल्यूशन को देखते हुए रांची नगर निगम की ओर से एंटी स्मॉग गन(स्प्रिंकल मशीन) मशीन का उद्घाटन किया गया है. रांची शहर की एयर क्वालिटी को दुरुस्त करने के लिए फिलहाल 4 एंटी स्मॉग गन की शुरुआत की गयी है. ये स्मॉग गन न सिर्फ एयर पॉल्यूशन को दूर करने का काम करेंगे बल्कि जरूरत पड़ने पर ये फायर फाइटिंग के लिए भी काम आएंगे. साथ ही कोरोना संक्रमण के दौरान एंटी स्मॉग गन को सेनेटाइजेशन के लिए इस्तेमाल किया जा सकेगा.
दरअसल पिछले कुछ सालों में देश भर में प्रदूषण की रफ्तार बढ़ रही है. झारखंड की राजधानी रांची भी इससे अछूती नहीं है, जिसे देखते हुए केंद्र सरकारों के निर्देश पर देश भर के नगर निगम को वायु प्रदूषण दूर करने को जरूरी इंतजाम करने का निर्देश दिया गया है.
पूरे शहर में रोस्टर वाइज किया जाएगा इस्तेमाल
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इसी के तहत रांची नगर निगम ने भी 4 स्मोक गन लिए हैं, जिसकी मदद से शहर भर में रोस्टर वाइज इसका इस्तेमाल उस वक्त किया जाएगा जब सबसे ज्यादा डस्ट उड़ते हैं. इस बारे में रांची नगर आयुक्त ने बताया कि न सिर्फ एंटी स्मॉग गन बल्कि पेबर ब्लॉक और प्लांटेशन का भी काम किया जा रहा है जिससे एयर पॉल्यूशन कम हो. नगर निगम का ये एंटी स्मॉग गन पानी का छिड़काव करेगा इस स्मोक गन के वाहन से आगे और पीछे दोनों तरफ से पानी का छिड़काव किया जा सकता है.
2 करोड़ 85 लाख की है मशीन
जानकारी के अनुसार स्मोक गन की एक मशीन की कीमत 52 लाख रुपये है. वहीं 4 मशीनों के लिए निगम ने करीब 2 करोड़ 85 लाख रुपये खर्च किए है. इस मशीन का इस्तेमाल निगम कई तरह से कर सकता है. दरअसल यह मशीन कहीं न कहीं वर्तमान समय की जरूरत भी है क्योंकि हाल के दिनों में रांची में एयर पॉल्यूशन कुछ ज्यादा बढ़ गया है.