दरभंगा में लालू प्रसाद के बेहतर स्वास्थ्य के लिए किया गया हवन पूजा
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) को बुधवार की रात एयर एंबुलेंस से पटना से दिल्ली लाया गया जहां दिल्ली एम्स ( Lalu Admitted In Delhi AIIMS ) में उनका इलाज चल रहा है
दरभंगा: राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) को बुधवार की रात एयर एंबुलेंस से पटना से दिल्ली लाया गया जहां दिल्ली एम्स ( Lalu Admitted In Delhi AIIMS ) में उनका इलाज चल रहा है. इस बीच उनके बेहतर स्वास्थ्य के लिए राज्य में कई जगह पूजा पाठ किया जा रहा है. इसी कड़ी में मिथिलांचल के प्रसिद्ध मां श्यामा माई मंदिर (Shyama Maa Temple In Darbhanga) में राजद कार्यकर्ताओं के द्वारा हवन और पूजा-पाठ किया गया.
दरभंगा में भी लालू की सलामती के लिए की गयी पूजा: वहीं दरभंगा में भी लालू के लिए हवन पूजन का दौर जारी है. मिथिलांचल के प्रसिद्ध मां श्यामा माई मंदिर में राजद कार्यकर्ताओं के द्वारा हवन किया गया. राजद नेता उदय शंकर यादव के नेतृत्व में दर्जनों कार्यकर्ता और पांच पंडितों के द्वारा हवन को आहुति दी गई जिसमें राजद सुप्रीमो की सलामती की सभी लोगों ने प्रार्थना की.
सीढ़ियों से फिसल कर गिर गए थे लालूः दरअसल बीते रविवार की शाम लालू यादव राबड़ी आवास में सीढ़ियों से फिसल कर गिर गए थे. जिसके बाद उन्हें कंकड़बाग के एक अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया था और वहां से वो इलाज के बाद डिस्चार्ज हो गए थे. बाद में उन्हें तकलीफ बढ़ने के कारण रविवार देर रात ही पारस में एडमिट कराया गया. जहां उनका इलाज चल रहा था. पहले से ही कई तरह की बीमारियों से घिरे लालू की हालत अभी स्थिर और नियंत्रण में बताई जा रही है. डॉक्टर्स की टीम उनके हालात पर नजर बनाए हुए हैं.
'लालू यादव की बॉडी में मूवमेंट नहीं': तेजस्वी यादव ने बताया कि दिल्ली एम्स में लालू यादव का पहले भी लंबे वक्त तक इलाज हो चुका है. इसलिए यहां के डाक्टर मेरे पिता की बीमारियों की हिस्ट्री जानते हैं. राबड़ी आवास में सीढ़ी से गिरने के बाद लालू यादव की शरीर में तीन जगह फैक्चर हुआ है. जिसके बाद उनकी बॉडी लॉक हो चुकी है, उनकी बॉडी में मूवमेंट नहीं है. लालू यादव को बहुत सारी दवाएं दी जा रही हैं. चेकअप के बाद डॉक्टरों की टीम तय करेगी कि आगे कैसे इलाज करना है.
सिंगापुर ले जा सकते हैं - तेजस्वी: लालू ने पिछले महीने झारखंड उच्च न्यायालय से गुर्दा प्रतिरोपण के लिए विदेश, खासकर सिंगापुर जाने की इजाज़त ली थी. यह पूछे जाने पर कि क्या सिंगापुर जाना संभव होगा, तो तेजस्वी ने कहा कि अगर दो-चार हफ्ते में वह अंतरराष्ट्रीय यात्रा कर सकते हैं तो "हम उन्हें सिंगापुर ले जा सकते हैं."