बिहार में 8 महीने से चल रहा था नकली थाना, जानें पूरा मामला

बिहार में 8 महीने से चल रहा था नकली थाना

Update: 2022-08-19 10:19 GMT
बांकाः आपने नकली पुलिस वालों के किस्से तो सुने होंगे लेकिन क्या कभी सुना है कि पूरा थाना ही नकली हो। जी हां, बिहार के बांका शहर में लगभग 8 महीने से अवैध पुलिस कार्यालय चलाया जा रहा था। इस कार्यालय में डीएसपी रैंक से लेकर कॉन्स्टेबल और मुंशी तक की बहाली हुई थी। हैरानी की बात यह है कि बांका पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी थी। वहीं बुधवार को अचानक थानाध्यक्ष बांका शंभू यादव गश्ती के दौरान गांधी चौक से शिवाजी चौक की तरफ जा रहे थे। इसी बीच उनकी नजर डीएसपी बैच धारी एक व्यक्ति पर पड़ाी तो उनको कुछ शक हुआ। शक के आधार पर उन्होंने उनसे पूछताछ किया और फर्जी थाने का खुलासा हुआ।
दरअसल, यह थाना कार्यालय बांका शहर के बीचो बीच स्थित अनुराग होटल में चल रहा था। ऐसे अवैध रूप से चल रहे पुलिस कार्यालय के उद्भेदन से बांका पुलिस सकते में आ गई है। इस मामले में भागलपुर जिले के बाथ थाना क्षेत्र के खानपुर गांव निवासी आकाश कुमार (फर्जी डीएसपी), महिला दारोगा इसी जिला के फुलिदुमर थाना क्षेत्र के दूधघटिया गांव के अनिता देवी, दारोगा इसी थाना क्षेत्र के लौडिया गांव के रमेश कुमार मांझी, मुंशी जुली कुमारी और एक फर्जी सिपाही को गिरफ्तार कर लिया गया है। गिरफ्तार लोगों के पास से एक देसी पिस्टल भी बरामद हुआ है।
पूछताछ में अनिता देवी ने स्वीकार किया कि उसे नौकरी दिलाने के नाम पर यहां लाया गया है और शातिरों ने उनसे भी 55 हजार रुपए की ठगी की है। थानाध्यक्ष शंभू यादव ने बताया कि सभी लोगों से पूछताछ की जा रही है। इसमें किसी बड़े षड्यंत्र की बू आ रही है।

सोर्स- punjab kesari

Similar News

-->