जदयू एमएलसी राधा चरण सेठ के आवास पर ईडी की छापेमारी जारी, 4 टीमों ने की कार्रवाई
आरा। आरा-बक्सर निकाय क्षेत्र से जदयू एमएलसी राधा चरण साह उर्फ सेठ पर बड़ी कार्रवाई हुई है। बुधवार की तड़के सुबह एमएलसी के आवास पर ईडी ने छापा मारा है। एमएलसी के आरा शहर के अनाईठ -बिहारी मिल स्थित पर आवास पर ईडी की 4 टीम पहुंची और छानबीन शुरू कर दी। फिलहाल ईडी की पूछताछ जारी है। घर से बाहर या किसी को भी अंदर आने-जाने की अनुमति नहीं है। एमएलसी सेठ के घर पूर्व में भी ईडी और आयकर समेत कई केन्द्रीय एजेंसियों की छापेमारी हो चुकी है। चर्चा है कि एमएलसी के आवास पर बालू के धंधे से अर्जित अवैध संपत्ति के मामले में छापेमारी की कार्रवाई हुई है। छापेमारी के दौरान शांति व्यवस्था बनी रहे। इसके लिए केन्द्रीय फोर्स की टीम को भी लगाया गया है। लंबे समय से बालू सिंडिकेट से भी जुड़े रहे हैं। बता दें कि एमएलसी सेठ राधा चरण साह लंबे समय से बालू कारोबार से भी जुड़े रहे हैं। भोजपुर के कोईलवर, बिहटा के परेव पटना, औरंगाबाद और गया के बड़े बालू कारोबारियों से उनके अच्छे संबंध रहे हैं। बीते माह ही ईडी ने एमएलसी राधा चरण साह और उनके बेटे कन्हैया साह से भी पूछताछ की थी। ईडी ने नोटिस भेजकर दोनों को पूछताछ के लिए पटना दफ्तर में बुलाया था। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की नोटिस जारी होने के बाद जदयू एमएलसी 31 अगस्त को ईडी के दफ्तर पहुंचे थे। यहां उनसे करीब नौ घंटे तक पूछताछ की गई थी। अधिकारियों ने बालू के कारोबार और कारोबारियों से उनके संबंध को लेकर पूछताछ की थी। बालू सिंडिकेट मामले में पूछताछ के लिए एक सितंबर को एसएलसी के बेटे कन्हैया साह ईडी के आॅफिस पहुंचे। कन्हैया से ईडी के अफसरों ने करीब छह घंटे तक पूछताछ की थी।
गौरतलब है कि इस साल के फरवरी माह में आयकर विभाग ने और जून महीने में ईडी ने एमएलसी के ठिकानों पर छापेमारी की थी। बताया जाता है कि छापेमारी में आयकर की टीम ने दो सौ करोड़ रुपये के टैक्स की हेराफेरी पकड़ी थी। इसके बाद जून में ईडी ने एक साथ एमएलसी के 26 ठिकानों पर छापेमारी की थी। इस दौरान ईडी को कई अहम दस्तावेज भी हाथ लगे थे। अप्रैल 2022 में भोजपुर सह बक्सर एमएलसी चुनाव में राधाचरण साह उर्फ सेठ ने लगातार दूसरी बार जीत दर्ज की थी। उन्होंने महागठबंधन के राजद प्रत्याशी अनिल सम्राट को शिकस्त दी थी। राधाचरण को जुलाई 2022 में जदयू का प्रदेश महासचिव मनोनीत किया गया था। वह जदयू के शीर्ष नेताओं के करीबी रहे हैं। पूर्व में लंबे समय तक राजद में भी रहे थे।