बिहार डीएमसीएच के गायनी विभाग में नवजात और उनके परिजनों को काफी राहत मिली. अधीक्षक डॉ. हरिशंकर मिश्रा के निर्देश पर मेडिकल ऑफिसर डॉ. ओम प्रकाश सुबह 10 से शाम पांच बजे तक वहां तैनात रहे.इस बीच जानकारी के अभाव में एक महिला नवजात को लेकर जांच कराने शिशु रोग विभाग जा रही थी. उसे अधीक्षक ने रोका और डॉ. ओमप्रकाश को गायनी विभाग में जाकर नवजात को देखने को कहा. वहां चिकित्सक ने उसका उपचार किया. पांच बजे शाम तक चिकित्सक की तैनाती हो जाने से परिजनों को नवजात को लेकर शिशु रोग विभाग तक की दौड़ लगाने से छुटकारा मिल गया. दरअसल अधीक्षक ने चिकित्सक को शाम पांच बजे तक गायनी विभाग में उपस्थित रहने का पूर्व में ही निर्देश दिया था.
बावजूद इसके अधीक्षक के निर्देश की अवहेलना की जा रही थी. अधीक्षक ने डॉ. ओम प्रकाश को पत्र लिखकर कहा था कि उन्होंने स्वयं दो-तीन नवजात को दिखाने के लिए परिजनों को गायनी विभाग से शिशु विभाग जाते देखा. पत्र में अधीक्षक ने संबंधित चिकित्सक को लिखा कि आपको शिशु विभाग के अन्य कार्य से मुक्त रखते हुए स्त्रत्त्ी एवं प्रसूति रोग विभाग में नवजात को देखने के लिए पत्र दिया गया था. पुन आपको निर्देश दिया जाता है कि गायनी विभाग में 10 बजे दिन से पांच बजे तक उपस्थित रहकर नवजात को देखना सुनिश्चित किया जाय. इसमें कोताही पाये जाने पर सरकार को लिखेंगे.