सहरसा। मुख्य अभियंता सिचाई सृजन जल संसाधन विभाग के समक्ष रोषपूर्ण प्रदर्शन, धरना, घेराव कार्यक्रम सोमवार को आयोजित किया गया। महासंध गोप गुट राज्य सलाहकार माधव प्रसाद सिंह ने उपस्थित कर्मचारियों को संबोधित कर कहा कि बिहार राज सिंचाई विभाग मौसमी दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी यूनियन द्वारा 22 सूत्री मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन एवं घेराव किया गया। उन्होंने बताया कि मुख्य अभियंता सिंचाई सृजन सहरसा एवं अभियंताओं के गठजोड़ से कुसहा त्रासदी के बाद वर्ष 2010 से 2022 तक करीब 2000 करोड़ के लूट एवं घोटाले का उद्योग चल रहा है ।इस रूट एवं घोटाले के कारण न तो नहरों से सिंचाई के लिए किसानों को पानी मिल रहा है और न ही नहरों पर काम करने वाले हजारों मौसमी दैनिक वेतन भोगी कर्मियों से काम लेने की बदले मजदूर का भुगतान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार से प्राप्त रुपए का आवंटन नहरों के संपूर्ण समपोषण एवं नहर पर काम करने वाले मजदूरों को मजदूरी का भुगतान के लिए मुख्य अभियंता को प्राप्त होता है। किन्तु उस राशि से मजदूरों का भुगतान नहीं कर सभी रुपये कागज पर फर्जी नहरों का मरम्मति एवं संपोषण के नाम पर लूट लिया गया है।
उन्होंने बताया कि दैनिक भोगी मजदूरों का विगत एवं वर्तमान वर्ष का बकाया मजदूरी भुगतान के लिए पूर्व के समझौते के 22 सूत्री मांगों की पूर्ति के साथ-साथ करोड़ों रुपए सिंचाई सृजन घोटाला की सीबीआई जांच की मांग की है। इस अवसर पर अध्यक्ष राजूमन रमण, उपाध्यक्ष श्याम सुंदर प्रसाद,संयुक्त सचिव विजेंद्र यादव, क्षेत्र संघर्ष सचिव ललन कुमार झा,परिक्षेत्र सचिव अरविंद पांडे ने बताया कि यूनियन के साथ हुए सभी लिखित समझौते को शत प्रतिशत लागू करने, रब्बी खरीफ एवं इसके पूर्व के लंबित मजदूरी का अविलंब भुगतान करने,नहरो पर काम करने वाले कर्मचारियों के मजदूरी का भुगतान प्रत्येक महीने के 10 तारीख तक करने, मौसमी मजदूरों को सालों भर काम पर रखने तथा सरकारी सेवक सेवक घोषित करने, न्यूनतम ₹18000 वेतन भुगतान करने, छटनी मजदूरों की बहाली करने,नहरो पर काम करने वाले मौसमी मजदूरों को ड्रेस में कपड़ा कुदाली, तगार,छाता, टॉर्च एवं मोबाइल की आपूर्ति करने, नहर मौसमी कर्मचारियों को वरीयता के आधार पर काम पर रखने, मजदूरों को प्रमाण पत्र एवं अनुभव प्रमाण पत्र देने,आकस्मिक दुर्घटना या मृत्यु होने पर अनुग्रह राशि देने तथा यूनियन नेताओं एवं मजदूरों पर किए गए फर्जी मुकदमा को तुरंत वापस लेने की मांग की है।कर्मचारी नेताओं ने बताया कि यदि ससमय कर्मचारियों की मांग नहीं मानी जाती है तो अधीक्षण अभियंता का पूर्णता घेराव किया जाएगा। इस अवसर पर विजेंद्र यादव उपेंद्र यादव मुकेश कुमार अरविंद कुमार सहित बड़ी संख्या में तीनों जिलों से सिंचाई विभाग में कार्यरत दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी मौजूद थे।