प्रयागराज का निकला कनेक्शन, बीपीएससी पेपर लीक में क्लर्क गिरफ्तार, मामले में 18वीं गिरफ्तारी
BPSC 67th CCE Paper Leak Case Update: गिरफ्तार किए गए लोक सेवक की पहचान उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में सीजीडीए में तैनात लोअर डिवीजन क्लर्क कपिल कुमार के रूप में हुई है।
बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 67वीं संयुक्त प्रतियोगी प्रारंभिक परीक्षा (67th CCE) के पेपर लीक मामले में रक्षा लेखा महानियंत्रक (CGDA) के एक कर्मचारी को गिरफ्तार किया गया है। यह कार्रवाई मामले में जांच की कर रही बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने की। गिरफ्तार किए गए लोक सेवक की पहचान उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में सीजीडीए में तैनात लोअर डिवीजन क्लर्क कपिल कुमार के रूप में हुई है।
मुख्य आरोपी शक्ति कुमार का करीबी सहयोगी
ईओयू द्वारा रविवार को पटना में जारी किए एक बयान के अनुसार, कुमार को 19 अगस्त को ईओयू और झारखंड पुलिस की संयुक्त टीम ने बोकारो से गिरफ्तार किया था। वह मामले के मुख्य आरोपी शक्ति कुमार का करीबी सहयोगी था। गया के डेल्हा क्षेत्र स्थित राम शरण सिंह इवनिंग कॉलेज के केंद्र अधीक्षक शक्ति को परीक्षा शुरू होने से पहले बीपीएससी प्रश्न-पत्रों के एक सेट की स्कैन की हुई कॉपी प्रसारित करने के आरोप में 23 जून को गिरफ्तार किया गया था।
डीएसपी की भी हुई थी गिरफ्तारी
इससे पहले बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने 12 जुलाई की रात को पूछताछ के बाद पुलिस उपाधीक्षक रंजीत कुमार रजक को गिरफ्तार किया था। वह बिहार पुलिस विशेष सशस्त्र बल की 14वीं बटालियन में तैनात थे। अधिकारियों ने बताया था कि रजक और शक्ति कुमार नियमित रूप से बातचीत करते थे।
08 मई को हुई थी बीपीएससी की 67वीं परीक्षा
बयान में कहा गया है कि जांच से पता चला कि कपिल कुमार ने शक्ति से प्रश्न पत्र प्राप्त करने के बाद उन्हें प्रसारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस मामले में अब तक गिरफ्तार किए गए 18 लोगों में सात सरकारी अधिकारी शामिल हैं। 08 मई को आयोजित बीपीएससी 67वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगी परीक्षा के प्रश्न-पत्र लीक हो गए थे। राज्य सरकार ने ईओयू से मामले की जांच करने को कहा था।