आम और खास हो रहे हैं ठगी का शिकार, स्मार्ट मीटर लोगों के लिए बना परेशानी का सबब

Update: 2022-08-04 15:11 GMT

पटना: बिहार में बिजली विभाग आम लोगों के घरों में स्मार्ट मीटर (smart meter in bihar) लगवा रहा है लेकिन यह आम लोगों के लिए सिरदर्द बन चुका है. दरअसल, बिहार झारखंड में एक0 गिरोह सक्रिय है, जो भोले भाले उपभोक्ताओं को निशाना बना रहा है. गिरोह के सदस्य बिजली उपभोक्ताओं को फोन करते हैं और कहते हैं कि 2 घंटे के अंदर आपकी बिजली चली जाएगी. आपको रिचार्ज कराना होगा और वह एक लिंक भेजते हैं. उसके बाद उनके बैंक अकाउंट से रकम गायब हो जाती है. आर्थिक अपराध इकाई में आधे दर्जन से अधिक मामले दर्ज किए जा चुके हैं और कार्यवाही भी हुई है.

आर्थिक अपराध इकाई की रडार पर जालसाज: सूत्रों के मुताबिक देवघर जामताड़ा नवादा में गिरोह सक्रिय है. कतरी सराय और नूरसराय भी जालसाजी का केंद्र है. आर्थिक अपराध इकाई की रडार पर कई जालसाज हैं. अवकाश प्राप्त डीआईजी उमाशंकर प्रसाद भी भुक्तभोगी हैं. उमाशंकर प्रसाद ने आर्थिक अपराध इकाई में मामला दर्ज कराया है और उनसे 1 लाख 30 हजार की ठगी कर ली गई.

फोन कॉल के जरिए बैंक अकाउंट से उड़ाते हैं पैसे: आर्थिक अपराध इकाई और साइबर सेल के पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार ने लोगों को आगाह किया है कि किसी के फोन करने से आप ना घबराएं और ना ही उनके बहकावे में आएं. बिजली बिल चुकाने के लिए जो ऐप है, उसी का इस्तेमाल करें. अगर कोई जालसाज आपको फोन करता है तो उसकी शिकायत आर्थिक अपराध इकाई की साइट पर जाकर कर सकते हैं. बिजली विभाग की ओर से ऐसे फोन कॉल नहीं किए जाते हैं.

"किसी को भी न तो घबराना चाहिए और न ही झांसे में आना चाहिए. बिजली उपभोक्ताओं के नंबर कैसे लीक हो रहे हैं, इस की जांच की जा रही है. जालसाजी करने वालों को चिन्हित किया गया है और जल्द ही वह गिरफ्तार किए जाएंगे"- सुशील कुमार, पुलिस अधीक्षक, आर्थिक अपराध इकाई

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