बिहार: जीविका इन दिनों महिलाओं की आर्थिक स्तिथि के साथ सामाजिक स्थिति भी बदल बदल रहा है.बिहार सरकार द्वारा महिला सशक्तीकरण को बढ़ावा मिल रहा है.बिहार के किशनगंज में जीविका समूह योजना से जुड़ी कई महिलाओं की जिंदगी बदल गई. किशनगंज की रहने वाली यासमीन और रूपम की शादी के बाद घर की हालत बहुत दयनीय थी. दोनों के पति ड्राइविंग करते थे, ड्राइविंग से उतनी कमाई नहीं हो पाती थी. घर परिवार का गुजरा भी मुश्किल से हो पाता था. ऐसे में जीविका से जुड़ने के बाद यासमीन और रूपम को न सिर्फ रोजगार मिला, बल्कि पहले से बेहतर जिंदगी भी जी रही है साथ ही अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा बन गई.
यासमीन और रूपम ने बताया कि जीविका से जुड़ने के पहले जिंदगी काफी बदतर थी. पति ड्राइविंग करते थे. उससे उतना इनकम नहीं हो पाता था, जिससे परिवार का गुजारा नहीं हो पाता था. लेकिन आज वह खुद दूसरी महिलाओ के लिए प्रेरणा बन रही है. दूसरी महिलाओं को प्रेरित कर रही है. सैकड़ों महिलाओं का जीवन जीविका से जुड़ने के बाद पूरी तरह से बदल गया है.
जीविका स्वास्थ्य मित्र की ट्रेनिंग ली
जीविका से जुड़ने से पहले यासमीन और रूपम की परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत खराब थी. फिर जीविका से जुड़ी उसके बाद 1 सालों तक लगातार जीविका के लिए काम की फिर जाकर जीविका स्वास्थ्य मित्र की ट्रेनिंग ली. उसके बाद किशनगंज के सदर अस्पताल में वर्तमान में जीविका स्वास्थ्य सहायता केंद्र में काम कर रही हैं. महीने में अच्छी इनकम हो जाती है. जिससे परिवार का गुजर बसर चल रहा है. अब जिंदगी पहले से थोड़ी बेहतर है जीविका ने जीवन को एक नई दिशा दी.