बिहार। बिहार पुलिस अपने आधारभूत संरचना और हथियार समेत अन्य साजो-सामान पर 45 करोड़ से अधिक खर्च करेगी। पुलिस आधुनिकीकरण योजना के तहत निर्माण कार्य हथियारों की खरीद और एफएसएल समेत अन्य तकनीकी सामान का प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है। पुलिस मुख्यालय में एडीजी आधुनिकीकरण डॉ. कमल किशोर सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में इसपर मुहर लगा दी गई। गृह विभाग की सहमति मिलने के बाद इसे मंजूरी के लिए केन्द्रीय गृह मंत्रालय को भेजा जाएगा। स्नाइपर राइफल की भी खरीद का है प्रस्ताव बिहार पुलिस अपने बल की मारकर क्षमता को बढ़ाने के लिए स्नाइपर राइफल की भी खरीद करने का मन बनाया है। स्नाइपर राइफल का इस्तेमाल दूर से सटीक निशाने के लिए किया जाता है। पुलिस के लिए इस तरह के हथियार, नक्सल प्रभावित इलाकों के साथ दियारा जैसे सुदूरवर्ती क्षेत्रों में अभियान के दौरान काफी कारगर होता है। स्नाइपर राइफल के अलावा वॉयस लॉगर की खरीद का भी प्रस्ताव दिया गया है।
राज्य 40 तो केंद्र 60 फीसदी करेगा खर्च
पुलिस मुख्यालय के अधिकारियों के मुताबिक वित्तीय वर्ष 2022-23 के आधुनिकीकरण योजना के तहत 45 करोड़ रुपए से अधिक की राशि खर्च होगी। राज्य व केन्द्र सरकार दोनों द्वारा राशि आवंटित की जाएगी। राज्य सरकार 40 व केन्द्र द्वारा 60 प्रतिशत राशि खर्च की जाएगी। यही वजह है कि पुलिस आधुनिकीकरण समिति का प्रस्ताव पहले गृह विभाग की प्राधिकृत समिति को जाएगा। फिर केन्द्रीय गृह मंत्रालय की मंजूरी ली जाएगा।
एफएसएल के लिए भी साजो-सामान
राइफल और वायस लॉगर (फोन कॉल रिकॉर्ड करने वाला उपकरण) के अलावा पुलिस फोरेंसिक साइंस लेबोरेट्री (एफएसएल) के लिए भी कई साजो-सामान की खरीद करनेवाली है। पुलिस आधुनिकीकरण समिति की बैठक में इसपर भी मुहर लगाई गई है। इसके अतिरिक्त पुलिस के लिए संचार उपकरणों की खरीद भी इस योजना के तहत की जाएगी। वायरलेस से जुड़े डिजिटल उपकरणों की खरीद का भी प्रस्ताव दिया गया है। साजो-सामान की खरीद के अलावा आधारभूत संरचना से जुड़े काम भी होंगे। इसमें पुलिस के लिए जरूरी इमारतों का निर्माण शामिल है।