बिहार | साइबर अपराध से जुड़े मामले की ऑनलाइन शिकायत कराने के लिए हेल्पलाइन नंबर 1930 जारी है. इस पर आने वाली शिकायतों को सुनने या रिस्पांस करने में बिहार देश के अन्य राज्यों से अव्वल है.
बिहार में यह हेल्पलाइन नंबर 26 फरवरी 2023 से शुरू की गई है. मार्च और अप्रैल में जितने भी कॉल आए, उन सभी का 100 फीसदी रिकॉर्ड करके जवाब दिया गया. मार्च में 36 हजार 296 और अप्रैल में 40 हजार 57 कॉल आए. बाद के महीनों में भी इस नंबर पर आए सभी कॉल को रिसीव करने में बिहार औसत शत-प्रतिशत रहा है. साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 को लेकर राष्ट्रीय अपराध पोर्टल पर जारी आंकड़ों में इसका खुलासा किया गया है. इसमें दिसंबर 2022 से अप्रैल 2022 तक के आंकड़ों का उल्लेख किया गया है. इसमें बिहार के दो महीने का ही आंकड़ा है, क्योंकि यहां यह हेल्पलाइन नंबर फरवरी 2023 से 24 घंटे काम करना शुरू कर दिया है.
इस आंकड़े के अनुसार, पूरे देश में 34.34 लाख शिकायतें दर्ज की गई हैं. सबसे ज्यादा शिकायतें उत्तर प्रदेश में 5.85 लाख आईं. इसके बाद दूसरे नंबर पर राजस्थान में करीब 5.80 लाख शिकायतें आईं. तीसरे नंबर पर बिहार है, यहां 2.83 लाख शिकायतें आई थी. चौथे नंबर पर मध्य प्रदेश में लगभग 2.70 लाख और पांचवें नंबर पर कर्नाटक में लगभग 2.25 लाख पीड़ितों के कॉल प्राप्त हुए. परंतु इन कॉल का जवाब देने में बिहार शीर्ष पर रहा है. बिहार की तरह केरल, त्रिपुरा, चंडीगढ़, नागालैंड और मिजोरम में कॉल रिसिव करने का औसत लगभग सौ फीसदी रहा है.
आर्थिक अपराध इकाई (इओयू) के एडीजी नैय्यर हसनैन खान ने इस मामले में कहा कि बिहार में कॉल प्राप्त करने का औसत सौ फीसदी है. शिकायतों की संख्या लगतार बढ़ने के कारण फोन लाइनों की संख्या बढ़ाकर 30 कर दी गई है. 28 अगस्त तक बिहार में 4 लाख से अधिक कॉल आए.