लाइफस्टाइल: महिलाओं के शारीरिक बनावट का एक अहम हिस्सा ब्रेस्ट माना जाता है। ब्रेस्ट में ग्लैंड्स मौजूद होने के कारण दूध का उत्पादन होता है। जो नवजात बच्चे को पोषण देने में मददगार साबित होता है। बता दें कि एस्ट्रोजन और प्रोजेस्ट्रॉन नाम के दो हार्मोन्स की मदद से ब्रेस्ट में ब्रेस्ट टिशू बनते हैं जो कि पीरियड्स, प्रेगनेंसी और स्तन के स्वास्थ्य को कंट्रोल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यह एक झिल्ली की तरह बने होते हैं और इसकी सहायता से ब्रेस्ट कैंसर के लक्षणों को पहचानने में मदद मिलती है।
महिलाओं के स्वास्थ्य में ब्रेस्ट अहम भूमिका निभाते हैं। इसलिए महिलाओं को ब्रेस्ट की देखभाल में कोई गलती नहीं करनी चाहिए। लेकिन कुछ गलत आदतों के कारण महिलाएं ब्रेस्ट की देखभाल में चूक जाती हैं। जिसका खामियाजा उन्हें कुछ समय बाद उठाना पड़ता है। आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको कुछ ऐसी कॉमन गलतियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो महिलाओं के ब्रेस्ट की सेहत को खराब कर सकता है।
स्तन की बनावट पर दें ध्यान
अगर किसी महिला को लगता है कि उनके ब्रेस्ट की बनावट या साइज ठीक नहीं है, तो ऐसे में चिंता करने वाली कोई बात नहीं है। आपकी तरह कई महिलाओं के ब्रेस्ट छोटे, ढीले या फिर ज्यादा बड़े होते हैं। वहीं कुछ महिलाओं के स्तन पर बाल भी पाए जाते हैं, जो कि पूरी तरह से सामान्य है। हालांकि कुछ महिलाओं को लगता है ब्रेस्ट ब्रा ना पहनने की वजह से ढीले हो जाते हैं, तो बता दें कि ऐसा बिलकुल भी नहीं है। जिन महिलाओं का वेट ज्यादा होता है या फिर जो महिलाएं बच्चे को स्तनपान करवा रही हैं, उन्हें ढीले ब्रेस्ट की समस्या हो सकती हैं। ऐसे में महिलाओं को ब्रेस्ट की बनावट की जगह उनकी सेहत पर ध्यान देना जरूरी होता है।
असमान्य लक्षणों को ना करें अनदेखा
अगर ब्रेस्ट डिस्चार्ज हो रहा है तो इस पर जरूर ध्यान देना चाहिए। अगर संतरे के छिलके के रंग या स्किन की तरह स्तन का रंग दिखे, तो ऐसी स्थिति में फौरन डॉक्टर से संपर्ख करना चाहिए। स्तन के हिस्से में लिम्फ नोड्स पाए जाते हैं, इसलिए किसी भी असामान्य गांठ को नजरअंदाज करने की गलती नहीं करनी चाहिए। साथ ही इन असामान्य लक्षणों को अनदेखा ना करें-
स्तन की त्वचा में बार-बार छिद्र या घाव होना
निप्पल में रूखापन या बदलाव आना
निप्पल या स्तन में से खून निकलना
ब्रेस्ट में लगातार बढ़ती सूजन
निप्पल में छाले होना
गलत साइज की ब्रा
महिलाओं में एक बड़ी समस्या गलत साइज की ब्रा पहनना भी पायी गई है। इसका सीधा असर ब्रेस्ट के स्वास्थ्य पर पड़ता है। इसलिए ज्यादा टाइट या ज्यादा ढीली ब्रा पहनने से बचना चाहिए। हांलाकि हर समय महिलाओं को ब्रा पहनने की जरूरत नहीं होती है। रात को महिलाओं को ब्रा हटाकर सोना चाहिए। इससे ब्रेस्ट को भी आराम मिलता है। साथ ही एक्सरसाइज आदि के दौरान महिलाओं को स्पोर्ट्स ब्रा पहननी चाहिए।
निप्पल पियर्सिंग
आज के समय में निप्पल पियर्सिंग करवाने वाली महिलाओं की संख्या तेजी से बढ़ रही है। इसे एक तरह का फैशन माना जाता है। लेकिन क्या आप जानती हैं कि बैक्टीरियल इन्फेक्शन का खतरा पियर्सिंग के क्षेत्र में दोगुना होता है, इसलिए इससे बचकर रहना चाहिए। खून के जरिए बैक्टीरिया आपके ब्रेस्ट में जा सकते हैं और ब्रेस्ट में इंफेक्शन फैल सकता है। क्योंकि अगर पियर्सिंग की वजह से निप्पल में घाव या फोड़ा हो गया तो बच्चे को स्तनपान करवाने में भी तकलीफ होगी। इसलिए पियर्सिंग से बचना चाहिए।
साफ-सफाई का रखें ख्याल
ब्रेस्ट महिलाओं के शरीर का एक नाजुक हिस्सा होता है, जिसकी साफ-सफाई करना आपकी जिम्मेदारी भी है। इसलिए नहाने के दौरान हर रोज माइल्ड साबुन और पानी की मदद से ब्रेस्ट की त्वचा को साफ करना चाहिए। वहीं इन्हें ड्राइनेस और ब्रेस्ट एक्जिमा से बचाने के लिए एंटीसेप्टिक क्रीम अप्लाई करें। हर रोज साफ ब्रा पहननी चाहिए। साथ ही ब्रेस्ट एरिया को पसीने से भी बचाना चाहिए। इन टिप्स को फॉलो कर हर महिला ब्रेस्ट को हेल्दी रख पाएंगी।