आयुर्वेद के इन कदमों से पा सकते हैं छरहरी काया, सुडौल होगा शरीर
छरहरी काया, सुडौल होगा शरीर
मोटापे से परेशान लोग दूसरों की सुडौल और छरछरी काया को देखते ही उनकी ओर आकर्षित हो जाते हैं। विशेष रूप से महिलाएँ इस मामले में आगे रहती हैं। उनके भी मन में यह चाह रहती है कि काश! मेरा भी शरीर ऐसा होता। फिर वे अपना मोटापा कम करने के लिए ढेरों प्रयास भी करते हैं। इसके अलावा तमाम स्त्री या पुरुष अपनी कमर पतली करने के नुस्खे तलाशते हैं। ताकि उनका व्यक्तित्व और भी आकर्षक और सुन्दर लगे। वैसे तो आजकल पतले होने के लिए कई प्रकार की दवाईयों का सहारा लिया जाता है, लेकिन इन दवाईयों का साइड इफैक्ट कुछ समय बाद शरीर पर नजर आने लग जाता है। यदि आपका वजन ज्यादा है और आप पतला होना चाहते हैं तो आपको योग और आयुर्वेदिक नुस्खों का सहारा लेना चाहिए। आज हम अपने पाठकों को पतले होने कुछ ऐसे उपाय बताने जा रहे हैं जो कारगर हैं और जिनको अपनाने के बाद व्यक्ति पतला हो सकता है।
मोटापा या चर्बी बढ़ने का कारण
भौतिक वस्तुओं को पाने की चाह में व्यक्ति स्वयं को 24 घंटे व्यस्त रखता है, जिसका परिणाम शरीर पर बढ़ती चर्बी के रूप में सामने आता है। वैसे तो मोटापा बढ़ने के कई कारण हो सकते हैं लेकिन सामान्यत: कुछ ऐसे कारण हैं जो कमेाबेश हर व्यक्ति के वजन को बढ़ाने में मददगार होते हैं। वो हैं—
—नींद पूरी नहीं होना
—अनियमित खान-पान
—नशीले पदार्थों का सेवन (सिगरेट, बीड़ी, तम्बाकू, गुटखा)
—खाने में अधिक तले-भुने खाद्य पदार्थ और फास्ट फूड लेना
—दिनचर्या में योग व्यायाम का अभाव और बैठे-बैठे जीवन व्यतीत करना
पतले होने के लिए करें योगाभ्यास
नौकासन
यह आसन मोटापा कम करने का राम बाण तरीका है। पेट कम करने के लिए नौकासन बेहद फ़ायदेमंद आसन होता है। हार्निया से संबंधित रोग में इसको करने से भी बहुत लाभ मिलता है। यह आसन हमारे शरीर के पाचन तंत्र को मज़बूत करता है।
बालासन
यह आसन भी पतला होने का श्रेष्ठ उपाय है। यदि आपको अपनी बढ़ती तोंद को अंदर करना है तो बालासन आसन आपके लिए बेहद उपयोगी रहेगा। इस आसन को रोज़ाना करने से हमारे शरीर से मोटापा दूर होता है और यह हमारी पेट की मांस-पेशियों को मज़बूत करता है।
कपालभाती
कपालभाती आसन करना पतला होने का अच्छा उपाय है। इसे नियमित रूप से करने से हमारे शरीर की चर्बी समाप्त होती है और मोटापा दूर होता है। इसके अलावा यह हमारे पाचन तंत्र को भी मज़बूती प्रदान करता है जिससे कब्ज, अपच आदि की समस्याएँ दूरी होती हैं।
अनुलोम विलोम
अनुलोम विलोम वजन घटाने और मोटापा कम करने का उपाय है। दरअसल यह प्राणायाम हमारे शरीर की नाड़ियों का शोधन करता है जिससे हमारी बॉडी में रक्त का प्रवाह ठीक प्रकार से होता है।
पतला होने के आयुर्वेदिक उपाय
विविध चिकित्सा पद्धतियों में आयुर्वेद एक महत्वपूर्ण एवं प्राचीन चिकित्सा पद्धति है। आयुर्वेद में पतला होने के उपाय बताये गये हैं। आयुर्वेद चिकित्सा में किसी रोग का इलाज न केवल जड़ से होता है, बल्कि इसकी औषधि के कोई साइड इफ़ेक्ट्स भी नहीं होते हैं। इसमें जड़ी बूटियों के आधार पर रोगों का इलाज किया जाता है।
त्रिफला चूर्ण
त्रिफला चूर्ण मोटापा को कम करने के लिए बेहद कारगर आयुर्वेदिक दवाई है। यह पाचन तंत्र को भी मजबूत करती है। रात को सोने से पहले लगभग 15 ग्राम त्रिफला चूर्ण थोड़े गर्म पानी में डाले और सुबह खाली इस पानी को छानकर पीयें।
गिलोय
आँवला, बहेड़ा, हरड़ और गिलोय का काढ़ा बनाकर इसमें शिलाजीत को मिलाकर पीने से शरीर का मोटापा दूर होता है। तीन ग्राम गिलोय और इसी मात्रा में त्रिफला को कूटकर चूर्ण बना लें और यह सुबह-शाम शहद के साथ लें। इसके सेवन से हमारे शरीर की चर्बी नष्ट होती है।
एलोवेरा
शरीर में अतिरिक्त वसा को निकालने के लिए एलोवेरा बेहद लाभकारी है। ताज़ा एलोवेरा की पत्तियों में से बाहरी हिस्सा हटा लें। अब इसे एक कप पानी में अच्छी तरह से मिला लें। अब तीन मिनट बाद इस पानी को पिएँ। एलोवेरा के इस घोल को रोज़ाना पीने से हमारे शरीर की अतिरिक्त चर्बी घटेगी
नींबू पानी
पतला होने के उपाय में शरीर से अतिरिक्त वसा को हटाया जाता है। तीन चम्मच नींबू का रस, एक चम्मच और आधा चम्मच काली मिर्च पाउडर एक गिलास पानी में घोलें। इस घोल को रोज़ाना खाली पेट पियें। यह पतला होने का सरल एवं कारगर उपाय है। इसके अलावा नींबू पानी से मोटापा को घटाने में काफी फ़ायदा होता है। नींबू पानी न केवल हमारी पाचन शक्ति को ठीक करता है बल्कि यह हमारे शरीर से विषाक्त पदार्थों को दूर करता है।
सेब का सिरका
मोटापा कम करने के लिए सेब का सिरका बहुत उपयोगी होता है। मोटापे को कम करने के लिए कच्चा एवं बिना छना हुआ सेब का सिरका बेहद चर्चित नुस्खा है। यह हमारे शरीर में वसा के जमाव को रोकता है। एक चम्मच सिरको को एक गिलास पानी में घोलकर सुबह खाली पेट पिएँ
ग्रीन टी का सेवन भी पतला होने का सरल उपाय है। शोध के मुताबिक ग्रीन टी में ऐसा तत्व पाया जाता है जो शरीर में फैट की मात्रा को घटाता है। इसके अलावा इसमें विटामिन सी और कई पोषक तत्व भी पाए जाते हैं।
करी के पत्ते
रोज़ाना सुबह करी के 10 ताज़ा पत्ते खाने से शरीर का मोटापा दूर होता है। वैज्ञानिक दृष्टि से करी के पत्ते शरीर से कॉलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड के स्तर को कम करता है। यह मधुमेह के लिए भी बेहद उत्तम आयुर्वेदिक दवाई है।
शहद और दालचीन
एक कप गर्म पानी में एक चम्मच दाल चीनी मिलाएँ और अब इसमें एक चम्मच शहद घोलें। शहद और दालचीनी का यह घोल पतला होने का अच्छा उपाय माना जाता है। इसकी आधी मात्रा को सुबह खाली पेट लें और आधी मात्रा को ठीक सोने से पहले लें। इस उपचार से आपके शरीर का मोटापा दूर हो जाएगा।
पतला होने के घरेलू व सरल उपाय
—अधिक से अधिक पानी का सेवन करें
—नाश्ते में अंकुरित अनाज लें
—फास्ट फूड एवं अधिक मसालेदार भोजन से परहेज़ करें
—नियमित योग व व्यायाम करें
—शुगर से पहरेज़ करें
—दही का नियमित सेवन करें
—छाछ का सेवन करें
—सोडायुक्त सॉफ़्ट ड्रिंक न पिएँ
—नशीले पदार्थों का सेवन न करें
—पर्याप्त नींद लें
—खाने में सलाद का प्रयोग करें
—पपीता का सेवन करें