क्यों होती है फ्रॉन लाइंस की समस्या

Update: 2023-04-27 16:53 GMT
उम्र बढ़ना एक नेचुरल प्रक्रिया है जिसे आप चाहकर भी रोक नहीं सकते जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है स्किन कई समस्याओं से गिरने लगती है .चेहरे पर फाइन लाइंस, मुंहासे, डार्क सर्कल एजिंग के साइन नजर आने लगते हैं. इलास्टिसिटी कम होने लगती है.कभी कभी ठीक तरह से देखभाल ना करने पर भी कई सारी समस्या नजर लगती है चेहरे के बनावट में भी बदलाव आ जाता है. ऐसे ही एक समस्या है फ्रॉन लाइंस की समस्या. चलिए जानते हैं कि आखिर यह फिर ऑनलाइन है क्या और और इससे निजात कैसे पाई जा सकती है.
क्या होती है फ्रॉन लाइंस?
फ्रॉन को चिंता की रेखा भी कहा जाता है. ये वो खड़ी रेखाएं होती है.ये 11 के आकार की बनी रेखाएं आपके आइब्रो के बीच दिखाई देती है.ये मुंह के कॉर्नर पर भी विकसित हो सकते हैं. इसके अलावा ये माथे पर भी दिखाई देती है. उम्र बढ़ने के साथ त्वचा में इलास्टिसिटी की कमी और कॉलेजन का अत्यधिक नुकसान फ्रोन रेखाओं का कारण बनता है.
क्यों होती है फ्रॉन लाइंस की समस्या
एजिंग
बुढ़ापा फ्रॉन लाइंस का प्राथमिक कारण है. जैसे-जैसे आपकी उम्र बढ़ती है, त्वचा अपनी लोच खोने लगती है. साथ ही चेहरे के भावों से मांसपेशियों का बार-बार हिलना-डुलना त्वचा को आसानी से अपने मूल आकार में वापस नहीं आने देता.
सन एक्सपोजर
फ्रॉन लाइंस होने का एक अन्य सामान्य कारण धूप के संपर्क में आना है. सूरज की यूवी किरणें त्वचा के इलास्टिन और कोलेजन को तोड़ देती हैं, जिससे फ्रॉन लाइंस बन जाती हैं.
आनुवंशिकी
आपका डीएनए यह तय करने में एक प्रमुख भूमिका निभाता है कि आपकी त्वचा अपने मूल आकार को बरकरार रख सकती है या फ्रॉन लाइंस को विकसित करने के लिए प्रोन है.
धूम्रपान
नियमित रूप से धूम्रपान करने से आपके मुंह के कोने के आसपास फ्रॉन लाइंस विकसित हो सकती हैं. इसके अतिरिक्त, धूम्रपान रक्त वाहिकाओं को भी संकुचित करता है.नतीजतन, कम ऑक्सीजन ऊतकों तक ले जाया जाता है, जो आगे चलकर त्वचा की लोच खोने में योगदान देता है.
ऐसे करें बचाव
अपनी त्वचा को हर समय हाइड्रेटेड रखना त्वचा को उसकी लोच बनाए रखने में मदद करने के लिए महत्वपूर्ण है. खूब पानी पिएं और स्वस्थ आहार लें. अगर आप मांसाहारी हैं तो समुद्री मछली के तेल को अपने आहार में शामिल करें. यदि आप शाकाहारी हैं, तो अपने आहार में अलसी के तेल जैसे ओमेगा-3 फैटी एसिड सप्लीमेंट शामिल करें.
क्लींजिंग एक्सफोलिएटिंग और मॉइश्चराइजिंग करके आप फ्रॉन लाइंस की समस्या को कम कर सकते हैं. जब आप तो अच्छा को क्लीन करते हैं तो इस पर से मौजूद विषाक्त पदार्थ आसानी से हट जाते हैं. एक्सफोलिएशन प्रोसेस त्वचा को ग्लोई बनाता है और सुखी और बेजान त्वचा के लिए मॉइश्चराइजिंग सबसे जरूरी स्टेप है.इससे एजिंग साइंस और झुर्रियों की समस्या से बचा जा सकता है.
घर से जब भी धूप में बाहर निकले तो सनस्क्रीन जरूर लगाएं. इसके अलावा आप सनग्लासेस भी जरूर ताकि यूवी रेज से बचाव हो सके.
नींद से समझौता न करें. हर रात पर्याप्त नींद लेना महत्वपूर्ण है. अपनी पीठ के बल सोना याद रखें, क्योंकि आपके चेहरे के बल सोने से त्वचा की लोच कम हो सकती है.
त्वचा पर रेटिनोल सिरम का इस्तेमाल करें. इसे चेहरे पर बनने वाली फाइन लाइंस कम होती है. कॉलेजन की मात्रा बढ़ने लगती है त्वचा में लचीलापन आता है.
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