जिस तरह से यूरिन और स्टूल पास करना ह्यूमन बॉडी का नेचर है उसी तरीके से पसीना आना भी एक नेचुरल प्रोसेस है, लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि जैसे ही मौसम का तापमान बढ़ता है या हमें किसी चीज को लेकर घबराहट होने लगती है तो हम क्यों पसीने से तरबतर हो जाते हैं, इसके पीछे का कारण क्या है आइए हम आपको बताते हैं.
शरीर से क्यों निकलता है पसीना
जैसा कि हमने बताया कि पसीना आना एक सामान्य प्रोसेस है और यह हमारे शरीर के लिए जरूरी भी है, क्योंकि इससे शरीर के तापमान को नियंत्रित करने में मदद मिलती है. जब पसीना बहता है, तो इसके इवैपोरेशन के जरिए हमारे शरीर को ठंडा होने की मदद मिलती है. लेकिन अगर पसीना आने से चिपचिपाहट और बदबू आ रही है, तो यह पसीना आना अच्छा नहीं होता है क्योंकि इससे आपको कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं.
कितना पसीना आना सामान्य है?
आमतौर पर एक आदमी को 0.5 से लेकर 2 लीटर तक पसीना 1 दिन में आ सकता है. जिसमें फिजिकल एक्टिविटी के दौरान पसीना बहना, गर्मी के कारण पसीना आना, मसालेदार खाने के बाद और तनाव के कारण पसीना बहना आम होता है.
ज्यादा पसीना आने से क्या होता है?
अब आप सोच रहे होंगे कि जिन लोगों को बहुत ज्यादा पसीना आता है उनके लिए क्या समस्या हो सकती है? तो एक्सपर्ट्स का मानना है कि ज्यादा पसीना आने से जनरलाइज्ड हाइपरहाइड्रोसिस की समस्या हो सकती है. इसमें हाथ पैर और सिर के अलावा शरीर के बाकी हिस्सों में भी पसीना आता है. इसके कारण मेटाबॉलिक डिजीज, डायबिटीज, संक्रमण से संबंधित समस्या हो सकती है. इतना ही नहीं चिंता और हार्मोन में बदलाव के कारण भी यह स्थिति पैदा हो सकती हैं.