क्यों होती है अर्ली एजिंग? बुरी आदतों से करें तौबा, वरना जल्द आएगा बुढ़ापा
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। Common Causes of Early Aging: हर कोई चाहता है कि वो सदा जवान रहे. लोग उससे पूछें कि आपकी त्वचा से तो उम्र का पता नहीं चलता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स कहते हैं कि हर इंसान में शरीर को नुकसान पहुंचाने वाली कोई न कोई बुरी आदत तो जरूर होती है. ये आदतें न सिर्फ हमारी सेहत के लिए नुकसानदेह हो सकती हैं, बल्कि एजिंग प्रोसेस को भी तेज कर देती हैं. ऐसे में आप कम उम्र में ही बूढ़े दिखने लगते हैं.
इन 5 गलत आदतों से जल्द आएगा बुढ़ापा
1. टेंशन
किसी भी बात को लेकर ज्यादा चिंता करने से लोग जल्दी बूढ़े हो सकते हैं. वो किसी दिमागी या शारीरिक बीमारी का भी शिकार हो सकते हैं. हमें ये महसूस नहीं होता है, लेकिन टेंशन एक बेहद जानलेवा और साइलेंट किलर है. इसलिए लंबे समय तक जवां रहना है तो बहुत ज्यादा तनाव लेने से बचें.
2. पूरी नींद न लेना
रोजाना 7 से 8 घंटे की नींद न लेना भी एक बड़ी समस्या है, जिसका तनाव से गहरा कनेक्शन है. नींद हमें फिर से जवां और तनाव मुक्त रहने में मदद करती है और एजिंग प्रोसेस को धीमा करती है. लेकिन कुछ लोग इसे गंभीरता से नहीं लेते हैं. युवाओं में यह दिक्कत काफी तेजी से बढ़ रही है, जिसके साइड इफेक्ट्स भविष्य में देखने को मिल सकते हैं.
3. फिजिकल इनएक्टिविटी
फिजिकली एक्टिविट न होना हमें कई बीमारियों का शिकार बना सकती है. क्योंकि एक्सरसाइज न करना या दैनिक जीवनचर्या में शरीर को पर्याप्त एक्टिव न रखने का असर सीधा हमारी सेहत पर पड़ता है. ऐसे में शरीर को बीमारियां जल्दी घेर लेती हैं और वो तेजी से बुढ़ापे की ओर बढ़ता है.
4. सही डाइट न लेना
तेजी से बढ़ती उम्र के लिए खराब डाइट भी काफी हद तक जिम्मेदार है. डॉ.अबरार का कहना है कि 21वीं सदी में सोडा, प्रोसेस्ड फूड और फैटी फूड जैसी चीजें हमारी डाइट का बड़ा हिस्सा बनी हैं और हमारी जीवन प्रत्याशा दर में कटौती के लिए यह सबसे ज्यादा जिम्मेदार हैं. इसलिए खराब डाइट लेने बचें और कुछ हेल्दी खाएं.
5. स्मोकिंग और ड्रिंकिंग
स्ट्रेस या एन्जाइटी से बचने के लिए बहुत से लोग एल्कोहल, तंबाकू या ड्रग्स जैसी चीजों का सेवन करने लगे हैं. इससे युवा पीढ़ी ज्यादा आकर्षित हो रही है. इनके ओवरडोज से इंसान की मौत तक हो सकती है, लेकिन इससे भी पहले, इसका लगातार और ज्यादा सेवन हमें तेजी से बुढ़ापे की ओर धकेलता है. ये दिमाग और वजन से जुड़ी समस्याओं को बढ़ाकर एज फैक्टर के साथ खिलवाड़ करती है.